वोट चोरी का मामला महादेवपुरा पर केन्द्रित

लेखक : लोकपाल सेठी

वरिष्ठ पत्रकार, लेखक एवं राजनीतिक विश्लेषक 

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लोकसभा में विपक्ष के नेता तथा कांग्रेस पार्टी के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांघी ने कुछ दिन पहले अपना “अणु बम” फोड़ा तो उसका केंद्र कर्नाटक की राजधानी बंगलुरु का एक विधानसभा क्षेत्र महादेवपुरा था जो केंद्रीय बेंगलुरु लोकसभा सीट का हिस्सा है। उनका आरोप है कि इस विधानसभा क्षेत्र में वोटों की चोरी हुई है जिसके चलते 2024 के लोकसभा चुनावों में पार्टी यहाँ से हार गई। इस सीट पर बीजेपी के पी.सी. मोहन विजयी हुए थे। मोहन की यह जीत यहाँ पहली जीत नहीं थी। वे  2009 से लगातार इस सीट पर जीतते रहे है। 

राहुल गाँधी का कहना था कि उनकी पार्टी के उम्मीदवार इस लोकसभा क्षेत्र के 8में से 7 में  विधानसभा क्षेत्रों में आगे रहे लेकिन केवल महादेवपुरा विधानसभा क्षेत्र में ही वे पीछे रहे। जिसके चलते वे 35,000 मतों से पार्टी के उम्मीदवार चुनाव हार गए। राहुल गाँधी का दावा था कि इस विधानसभा चुनाव क्षेत्र में लगभग एक लाख वोटों की चोरी हुई थी जिसके चलते उनके पार्टी के उम्मीदवार यहां से चुनाव हार गए। 

राहुल गाँधी ने आंकडे देकर बताया गया यहाँ बीजेपी ने 40,000  फर्जी वोट डलवाए। लगभग 1200 वोट डुप्लीकेट थे तथा लगभग 11,000 वोट एक ही पते पर बने थे। एक मामला पेश करते हुए कहा कि शकुन रानी नाम की एक मतदाता ने दो मतदान केन्द्रों पर वोट दिया। उन्होंने कुछ दस्तावेज़ों का हवाला देते हुए कहा कि उनका नाम दो मतदाता सूचियों में दर्ज  है। उन्होंने कहा कि उनकी पार्टी के सहयोगी पिछले 6 महीने से यहाँ हुए मतदान ने दस्तावेजों को खंगाल रहे थे।   उन्हीं के विश्लेषण में यह चोरी सामने आई। पार्टी को उम्मीद थी कि लोकसभा चुनावों वह यहाँ से 28 में से कम से कम 16 सीटें जीतेगी। सभी चुनाव सर्वेक्षण  भी बता रहे थे कि इस राज्य में, जहाँ उनकी पार्टी की सरकार है, कांग्रेस पार्टी की बढ़त निश्चित है। 

दिल्ली में वोट चोरी पर प्रेस कांफ्रेंस करने के अगले दिन ही पार्टी ने यहाँ एक जनसभा और रैली का आयोजना किया था इसको संबोधित करते हुए राहुल गाँधी  ने अपने भाषण का अधिकांश  समय महादेवपुरा में कथित वोट चोरी का  विवरण देने में लगाया। राज्य के मुख्यमंत्री सिद्धारामिया ने कहा की उनकी सरकार इस तरह के हुए मतदान की जाँच करवायेगी। उन्होंने इस बारे में राज्य के विचार महाधिवक्ता से भी विचार विमर्श किया है। उधर राज्य के उप मुख्यमंत्री  डी.के. शिवकुमार ने भी कहा वे इस बारे राज्य मुख्य चुनाव अधिकारी से बात करेंगे। 

इससे पहले कि  कांग्रेस पार्टी के नेता यह मामला चुनाव अधिकारी के साथ उठाया। राज्य के मुख्य चुनाव अधिकारी अनुबकुमार ने मीडिया को बताया कि राहुल गाँधी तथा कांग्रेस पार्टी के अन्य नेताओं के इस बारे उठाये गए मुद्दों में कोई सच्चाई नहीं  है। उनका कहना था कि आयोग के आधिकारिक दस्तावेजों के अनुसार  शकुन रानी ने केवल एक मतदान केंद्र पर ही वोट डाला था। ऐसा कोई दस्तावेज़ नहीं है जो यह प्रमाणित करता हो कि इस मतदाता ने दो केन्द्रों पर मत दिया हो। राहुल गाँधी तथा कांग्रेस पार्टी के नेता जो दस्तावेज़ दिखा रहे है वे फर्जी है क्योंकि ऐसा कोई  सरकारी दस्तावेज़ में नहीं है। 

उनका कहना था कि उनके दवारा एक से अधिक बार राहुल गाँधी को यह पत्र भेजा गया कि वे शपथपत्र के साथ सभी आरोपों के दस्तावेज़ उनको  सौंपे ताकि आयोग उनकी जाँच कर सके। दिल्ली में भी मुख्य चुनाव आयुक्त ने भी बार बार कहा है कि वे शपथपत्र के साथ वे सभी दस्तावेज़ पेश करें जिसके आधार पर वे बार-बार वोट चोरी का आरोप लगा रहे है। 

इसी बीच राज्य बीजेपी के नेताओं का कहना है केंद्रीय बंगलुरु लोकसभा सीट लम्बे समय से बीजेपी का गढ़ रही है इसलिए उनकी पार्टी केवल यही सीट नहीं बल्कि बंगलुरु की अन्य लोकसभा सीटों पर लगातार अपनी जीत दर्ज करती आ रही है। 

बताया जाता है राज्य में वोट चोरी के इस मुद्दे को उप मुख्यमंत्री शिवकुमार हवा दे रहे है। वे गाँधी परिवार के बहुत निकट समझे जाते है। इसी बीच राज्य के सहकारिता मंत्री आर.एन. राजन्ना, जो मुख्यमंत्री सिद्धारामिया के निकट है, यह कहा कि एक आधारहीन मामले को मुद्दा बनाया जा रहा है। पार्टी यहाँ से तथा कई अन्य सीटों पर चुनाव  हारी है, इस सच्चाई को ईमानदारी से स्वीकार करना चाहिए। इससे खफा होकर शिवकुमार ने उनकी शिकायत पार्टी आला कमान से की।  इसके चलते राहुल गाँधी ने सिद्धारामिया को तुरंत राजन्ना को मंत्रिमंडल से हटाने का निदेश दिया। (लेखक का अपना अध्ययन एवं अपने विचार है)