भारत की सर्वश्रेष्ठ 251 बाल कथाएँ एक सुनहरा आमन्त्रण

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जयपुर। जवाहरलाल नेहरू बाल साहित्य अकादमी राजस्थान के अध्यक्ष इकराम राजस्थानी ने बताया कि अकादमी द्वारा देश के प्रथम प्रधानमंत्री और बच्चों के लोकप्रिय चाचा नेहरू को बाल साहित्य की आगामी श्रृंखला "लोक का आलोक" के अन्तर्गत अकादमी  बाल कहानिकारों की कहानियों को प्रकाशित करने जा रही है। साधारण सभा की बैठक में अध्यक्ष इकराम राजस्थानी, उपाध्यक्ष बुलाकी शर्मा, सचिव राजेन्द्र मोहन शर्मा, साधारण सभा के सदस्य डा. विमला भण्डारी, सत्यदेव सवितेन्द्र, गोविन्द शर्मा, ओम प्रकाश भाटिया, भगवती प्रसाद गौतम, अंजीव अंजुम, महेश गुप्ता कोषाध्यक्ष, जगदीश आर्य उप शासन सचिव कला संस्कृति विभाग आदि उपस्थित थे। 

अध्यक्ष राजस्थानी ने बताया कि पं. जवाहरलाल नेहरू बाल साहित्य अकादमी राजस्थान ने एक अभिनव नवाचार "लोक का आलोक" श्रृंखला पर कार्य आरम्भ किया है। इस श्रृंखला में अकादमी बाल साहित्य की सभी विधाओं पर  सामग्री आमन्त्रित कर योजनाबद्ध ढंग से उनका प्रकाशन करेगी। इस श्रृंखला में राजस्थान सहित देशभर के बाल सहित्यकारों को जोड़ा जाएगा। चूंकि बाल साहित्य के क्षेत्र में काम करने वाली देश भर में यह अकेली अकादमी है अत: हमारा यह दायित्व है कि हम सभी को जोड़ कर काम करें और आगे बढें।

इस क्रम हम सर्व प्रथम राजस्थान सहित देशभर के सभी समर्थ, सार्थक और अनुपम रचनाओं द्वारा बाल साहित्य को समृद्ध करने में योगदान देने वाले बाल कथाकारों/कहानिकारों को आमन्त्रित करते हैं। यदि आपके पास बच्चों के लिए लीक से हटकर अभिनव कहानियां हैं तो आप अपनी सर्वश्रेष्ठ कहानी को चुनें और हमें भेजें ।आपकी भाषा में नए प्रयोग, अभिनव शैली और नए तेवर कहानी के चयन में हमारा मार्ग प्रशस्त करेगी। हम आपकी कहानी को विश्वपटल पर पंहुचाने का काम करेंगे। युवा कहानिकारों को जोड़कर हम निश्चय ही गौरवांवित होना चाहेंगे। हम ने संकल्प लिया है कि हम बच्चों को संस्कारवान बनाने और उन्हे बेहतर इंसान बनने में आप जैसे लेखकों से रूबरू कराएं। इस हेतु आपकी सर्वश्रेष्ठ कहानी आमन्त्रित है । कहानी भेजने हेतु आवश्यक सूचनाएं इस प्रकार हैं:-

कहानियों के पांच खण्ड

 1. विज्ञान कथाएं

 2. सम्बन्धों की मिठास

 3. खण्ड खण्ड पाखण्ड

 4. उड़ते हौसले

 5. पुराणों से लौटे बुध्दिमान बच्चे 

बाल कहानी मौलिक, कल्पानाशीलता को आन्दोलित करने वाली और अनदेखे अनछूए उपरोक्त विषयों के इर्दगिर्द केन्द्रित होनी चाहिए।, कहानी की शब्द सीमा 1500 रहे।, आपकी रचना अप्रकाशित होनी आवश्यक है। इस हेतु कहानी के साथ ही स्वयं का घोषणा पत्र होना चाहिए।, कहानी के साथ लेखक का पचास शब्दों में अत्यावश्यक एवं संक्षिप्त परिचय  एवं नवीनतम पासपोर्ट फोटो होना चाहिए।, कहानी का फोन्ट साइज 14 में रहे तथा कहानी वर्डफाइल में मय परिचय एवं फोटो के साथ नीचे दिए गए अकादमी के ई मेल एड्रेस पर भिजवानी है।, कहानी भेजने की अन्तिम तिथी 5 अप्रेल, 2023 है।, कहानी के चयन का अन्तिम अधिकार अकादमी का होगा।, अकादमी कहानी श्रृंखला की 251 कहानियों को पांच खण्डों में प्रकाशित करेगी और तत्पश्चात प्रकाशित पुस्तकों का भव्य समारोह में लोकार्पण कराएगी जिसमें  रचनाकारों को भी आमन्त्रित किया जाएगा।, प्रकाशित पुस्तकों को विश्व स्तर तक पंहुचाने के लिए अकादमी की वैबसाइट के माध्यम से ई प्लेटफार्म पर उपलब्ध कराया जाएगा।, पाठकों के सुझावों एवं समीक्षकों की राय के आधार पर आवश्यक कदम उठाते हुए अकादमी अपनी आगामी कहानी श्रंखला को ओर अधिक संवारने हेतु कृत संकल्प है। प्रकाशित रचनाओं पर अकादमी के नियमानुसार मानदेय देय होगा।, आप अपनी कहानी अकादमी के इस पर मेल एड्रेस पर अन्तिम तारीख 5 अप्रेल, 2023 तक भेज सकते हैं : balsahityacademyraj@gmail.com यह जानकारी  सचिव राजेन्द्र मोहन शर्मा ने दी।