धावकों का जोश देख कर सर्दी जाती रही

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जयपुर। जयपुर मैराथन में हिस्सा लेने का मौका मिला। मैराथन सुबह 3.30 से शुरू हुई थी सुबह सर्दी ज्यादा थी पर धावको का जोश देख कर सर्दी जाती रही।देशभक्ति के गीतों की स्वर लहरिया मन में जोश भरती थी। अपने प्रतिद्वंदी से आगे बढने की प्रेरणा देती थी। जब मैराथन का फिनीश पोइंट डब्ल्यू टीपी पर पहुचे तो सभी धावकों का माल पहना कर स्वागत किया गया। यह दौड़ जयपुर को स्वच्छ रखने के उद्देश्य से आयोजन किया गया था। इस अवसर पर रचना टाक, श्लोक टाक, मितुल टाक, पाखी टाक, पलक्ष, तृषा टाक व यशपाल टाक आदी मैराथन में हिस्सा लिया।