मानव रहित सफाई की दिशा में एक ओर पहल
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जयपुर। नगर निगम जयपुर हैरिटेज महापौर श्रीमती मुनैश गुर्जर ने 2 अत्याधुनिक सीवर मशीनें निगम के बेड़े में औपचारिक रूप से फीता काट कर व झण्डी दिखाकर रवाना किया।
महापौर श्रीमति मुनेश गुर्जर ने बताया कि दो मशीनें सफाईकर्मियों के लिए शहर की सफाई व्यवस्था को बैहतर बनाने में बहुत मददगार होगीं व मेनहॉल एवं कचरा उठाने हेतु सफाई कर्मियों द्वारा किये जाते है उन्हें सरल बनायेगी। श्रीमती गुर्जर ने बताया कि सुप्रीम कोर्ट द्वारा बेन किया गया है कि कोई भी व्यक्ति चेंबर में न उतरे व मुख्यमंत्री द्वारा भी निर्देश दिये गये गये है कि व्यक्ति मेनहॉल में उतरकर अपनी जान को खतरे में न डाले।
श्रीमति गुर्जर ने कहा कि ये मशीने उपयोगी है एवं अगर कार्य निष्पादन में अच्छा रिस्पोंस मिलता है तो और भी मशीने खरीदी जायेगी जिससे सफाई व्यवस्था को और सुदृढ़ बनाया जा सकेगा एवं यह पहल निगम हैरिटेज द्वारा की जा रही है जिससे सफाई कर्मचारियों को भी काफी मदद मिलेगी। निगम हैरिटेज जयपुर वासियों को यह सौगात देकर उनके लिए अच्छा कदम उठा रही है। उन्होंने कहा कि हमारा शहर काफी पुराना है एवं यह नाले नालियां बंद रहते है एवं सफाई व्यवस्था से लोग भी परेशान रहते है तो यह कदम शहर को नहीं बल्कि शहरवासियों की परेशानियां दूर करेगी।
नगर निगम जयपुर हैरिटैज आयुक्त विश्राम मीना ने कहा कि आज के दौर में नई-नई तकनीकी मशीनों के आगमन से मानव के लिए कार्य को सरल बनाने में काफी मदद मिल रही है। इसी को देखते हुए निगम हैरिटेज ने आज दो मशीनों का अनावरण किया है जिससे सफाई व्यवस्था में काफी सुधार होगा। उन्होंने सुप्रीम कोर्ट द्वारा मेनहॉल में व्यक्ति के प्रवेश पर बेन का भी उल्लेख किया एवं उसको देखते हुए कहा कि रोबोटिक मशीन सफाई व्यवस्था के लिए ही नहीं बल्कि मानव के जीवन के लिए भी उपयोगी है। इस अवसर पर उपायुक्त स्वास्थ्य आशीष कुमार वर्मा, महापौर के विशेषाधिकारी उम्मेद सिंह, अनेक स्थानीय जनप्रतिनिधि, बैण्डीकूट मशीनें बनाने वाली टीएक्सएस मशीन के कार्यकारी भरत सिंह, सागरिका सहित निगम के अनेक अधिकारी व कर्मचारी उपस्थित थे।
इन अत्याधुनिक मशीनों की खूबियांः
पहली मशीन टैक्सास कन्स्ट्रक्शन इक्यूपमेंट मशीनरी, मोडल Drain Cleaning Machinery (Mucking Excavator) NMO 50 ।
यह एक स्पाईडर फीचर का रोबोटोक एक्सकेवेटर है। यह पतली गलीयों में जाने के लिए अपनी चौड़ाई कम या ज्यादा कर सकता है।
यह मशीन जरूरत पड़ने पर खड़ी हो सकती है और बैठ सकती है। इसका कार्य नाली को साफ करने का तरीका बिल्कुल कमाल का है ये नाली साफ करते टाईम नाली को नहीं टुटने देती। शहर के अंदर बहुत ज्यादा बिजली के तार फेले हुए है। उन गलीयों में बड़ी मशीन की छत फस सकती है। ये बैठने के कारण वहां भी काम कर लेती है। इसका डीजल कंजम्शन से भी कम है। ये 360 डिग्री घुम सकती है। ये कंपनी फरीदाबाद में है। इसका मूल्य 31 लाख रू. है।
दूूसरी मशीन बंडीकूट रोबोटीक स्केवेंजर जिसका कार्य मेनहॉल में व्यक्ति संबंधी कार्य खत्म करना है। यह हमारे सेनिटेशन वर्कस की न केवल अमूल्य जान की रक्षा करेगा बल्कि उन्हें एक स्वस्थ एवं गरिमामय जीवनी भी देगा। यह माननीय मुख्यमंत्री जी के मिशन ‘Zero manual Scavenging मुक्त राजस्थान’’ की दिशा में एक बड़ा कदम है। यह सुप्रीम कोर्ट की अनुपालना में एक कदम है।
इसकी रोबोटिक मानविक सीवर चेंबर की सफाई सुनिश्चित करती है। इसमें लगे गैस सेंसर जहरीली गैसों का अलार्म देते है व 4 कैमराकार्य की सहजता सुनिश्चित करते है। बेंडीकूट रोबोट जयपुरवासियों की सीवर समस्या का उत्कृष्ट समाधान है।