जयपुर स्थित योजना भवन में एनआरआर डॉक्टरर्स मीट

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जयपुर। एसएमएस मेडिकल कॉलेज, जयपुर और डॉक्टर्स ऑफ राजस्थान इंटरनेशनल (डोरी) मध्य एमओयू फेसिलिटेड करवाने में राजस्थान फाउंडेशन महत्वपूर्ण भूमिका निभायेगा। इसके लिए जल्द ही एमओयू के साझा उद्देश्यों पर चर्चा की जाएगी। यह घोषणा आज जयपुर स्थित योजना भवन में नॉन-रेजिडेंट राजस्थानी (एनआरआर) डॉक्टरर्स मीट में की गई। मीट का आयोजन राजस्थान फाउंडेशन द्वारा एसएमएस मेडिकल कॉलेज और डॉक्टरर्स ऑफ राजस्थान इंटरनेशनल (डोरी) के सहयोग से किया गया। धीरज श्रीवास्तव, कमिश्नर राजस्थान फाउंडेशन की अध्यक्षता में आयोजित इस मीट में डॉ. राजीव बगरहट्टा, प्रिंसिपल, एसएमएस मेडिकल कॉलेज, जयपुर; डॉ. जयवीर राठौर (यूएसए), अध्यक्ष, डोरी फाउंडेशन; डॉ. चारु सुकलेचा (यूके), कोषाध्यक्ष, डोरी फाउंडेशन और डॉ. कुसुम नाथावत (यूके), कार्यकारी सदस्य, डोरी फाउंडेशन भी उपस्थित थे।

इस अवसर पर धीरज श्रीवास्तव, आयुक्त राजस्थान फाउंडेशन ने कहा कि राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के दृष्टिकोण के अनुसार नॉन-रेजिडेंट राजस्थानी (एनआरआर) डॉक्टरर्स से राज्य के लोगों को चिकित्सा लाभ प्रदान करवाने के लिए राजस्थान फाउंडेशन के तत्वावधान में डोरी का गठन कोविड़ काल के दौरान किया गया था। राज्य के स्थानीय लोगों को लाभान्वित करने के उद्देश्य से मंच प्रदान करने के लिए राजस्थान फाउंडेशन के तत्वाधान में डोरी के साथ अनेक पहल शुरू की गई हैं। इन पहल के तहत, विदेशों में स्थित राजस्थानी डॉक्टर राज्य में अपनी विशेषज्ञता, ज्ञान और अनुभव साझा करने के लिए एक साथ आए हैं।”

इस अवसर पर एसएमएस मेडिकल कॉलेज के डॉ. अमिताभ दूबे, डॉ. प्रवीण माथुर, डॉ. मोनिका और डॉ. रिंकी हाडा सहित वरिष्ठ डॉक्टरों की टीम भी मौजूद रही, जबकि डोरी के अन्य सदस्य और दुनिया भर के एनआरआर डॉक्टर इस बैठक में शामिल हुए जिसमें डॉ. रोमित पुरोहित (दुबई), डॉ. अक्षत जैन (यूएसए) और डॉ. ब्रह्मा शर्मा (यूएसए) शामिल थे।

डॉ. राजीव बगरहट्टा ने डोरी और एसएमएस संस्थान के समान उद्देश्यों पर प्रकाश डाला और कहा कि यह प्रसन्नता की बात है कि एसएमएस मेडिकल कॉलेज इस वर्ष अपनी 75वीं वर्षगांठ मना रहा है और एसएमएस के पूर्व छात्रों, जो विदेशों में अपना कैरियर बनाना चाहते हैं, को मेन्टोरशिप प्रदान के लिए डोरी  के साथ सहयोग प्रदान करने का यह सबसे उपयुक्त अवसर है।

डॉ. जयवीर राठौर ने बताया कि डोरी विभिन्न स्पेशलिटीज वाले 150 से अधिक डॉक्टरों का एक संघ है जो सभी प्रमुख महाद्वीपों में फैला हुआ है। इसका गठन अनिवासी राजस्थानी डॉक्टरों को एक मंच पर लाने के प्रयास के तहत किया गया है। हम मुख्य रूप से मेडिकल एजुकेशन और स्वास्थ्य सेवाओं पर विभिन्न पहलों पर कार्य कर रहे हैं। यह जटिल मामलों पर चर्चा और ज्ञान साझा करने के लिए मंच प्रदान करता है।

इस अवसर पर कमिश्नर राजस्थान फाउंडेशन ने यह भी बताया कि एनआरआर डॉक्टर्स मीट की तर्ज पर शीघ्र ही अलग से इंटरनेशनल नर्सिंग एसोसिएशन वर्कशॉप/सेमीनार का आयोजन भी करवाया जाएगा।