जयपुर। हमें हमारे नबी हुजूरे अक़दस सलल्लाहु अलैहि वसल्लम के बताये रस्ते पर चल कर अपनी ज़िन्दगी गुजारनी चाहिए ताकि देश दुनिया में अमन और शांति कायम हो सके। मोहमद साहब के 1500वें जन्म जयंती के अवसर पर जयपुर में तशरीफ़ लाये ओबेदुल्ला खान आज़मी (पूर्व एमपी भारत सरकार, वाइस प्रेसिडेंट आल इण्डिया पर्सनल लॉ बोर्ड ने उनके बातें मीडिआ को सम्बोधित करते हुए कही। आज़मी ने कहा कि जलसे, जुलूस बेशक आप करिये लेकिन हुजूर साहिब के बताये रास्ते पर हम अमल कर अपनी ज़िन्दगी गुजारे। उनके जन्मदिन के अवसर पर हम अस्पतालों में जाकर मरीजों के हाल पूछे, उन्हें फल वगैरा तकसीम करें, बा हैसियत मरीजों के लिए दवाईयों का इन्तिजाम अपनी ओर से करें, इसमें किसी भी प्रकार की जाति, धर्म, पंथ को दर किनार करते हुए ये किया जाये। क्योंकि मोहम्मद साहब ने दुनिया में सभी के लिए पैगाम दिया। उन्होंने गरीब बेसहाराओं पर जुल्म न करने और पड़ोसी-पड़ोसी का फर्ज बिना किसी जात-पांत के ऐडा करने की बात कही और सबसे खास बात यह है कि ईद ए मिलादुन्नबी के अवसर पर हम सभी को काम से एक-एक पेड़ जरूर लगाना चाहिए जिसका सवाबे जरिया और एनवायरमेंट हमेशा कायम रहता है।

इस अवसर पर आल इंडिया उलेमा एंड मशाइख बोर्ड, फैजान गरीब नवाज कमेटी, कुरैशी कॉलोनी, चांदपोल, जयपुर की जानिब से 1500वें जश्न ए मिलादुन्नबी के जुलुस ए मुहम्मदी में तशरीफ़ लेकर सबाबे दारेन हासिल करने के लिए हाजी सगीर अहमद (लल्लू भैया) कालवाड़, बैंड, झोटवाड़ा, खातीपुरा, भांकरोटा, हसनपुरा, 4 नंबर डिस्पेंसरी, सोडाला, गुजर की थड़ी, सी-स्कीम, बाईस गोदाम, हथरोई, जालूपुरा, हथरोइ, हमीद नगर, तोपखाने का रास्ता, नाहरी का नाका, भट्टा बस्ती, संजय बस्ती, लंकापुरी, अमानीशाह, अनेक कच्ची बस्तियां, जेपी कॉलोनी, नया जालूपुरा, विद्याधर नगर, कृष्णा कॉलोनी, मोहल्ला कुरैशियान, खेतड़ी हाऊस, सीकर हाऊस, हाजी नगर, कल्याणजी का रास्ता, बगरू का रास्ता आदि होकर आने जुलुस ए नबी में सभी आने वालों को चांदपोल में रुकेंगे और उसके बाद जुलुस को आगे चार दरवाजे तक जाने एवं असर की नमाज के बाद वहां से कर्बला जाने तक शांति एवं सुकून के जाने एवं नबी ए करीम सलल्लाहु अलैहि वसल्लम पर दुरुद पढ़ते हुए जाने की बातें कही।
संवाददाता सम्मलेन में झारखण्ड से तशरीफ़ लाये सैयद सैफुद्दीन असदाक (इस्लामिक स्कॉलर एंड सोशल वर्कर) ने कहा कि मोहम्मद साहब ने किसी एक मज़हब या एक इंसान के लिए कभी नहीं कहा उन्होंने अपने सभी सन्देश सभी के लिए सुकून, वतनपरस्त, फर्माबरदार और आपसी भाई चारे के साथ ज़िन्दगी गुजरने के लिए दिए। मुहम्मद साहब के संदेशों में शराब नहीं पीना उसको भी किसी मज़हब से जोड़ कर नहीं कहा गया उन्होंने शराब ख़राब है इसे नहीं पीने और इंसान को शराब सेवन करना भी हराम बताया है। संवाददाता सम्मलेन को मुखातिब करते हुए सईद सैफुद्दीन असदाक ने मांग की है कि मिलादुन्नबी के दिन पूर्ण पाबन्दी की जाए। संवाददाता सम्मलेन में आये सभी पत्रकार बंधुओं को हाजी सगीर अहमद (लल्लू भैया) ने मोमेंटो देकर उनका सम्मान भी किया।