ऑल इंडिया यूनानी तिब्बी कांग्रेस-राजस्थान
जयपुर। ऑल इंडिया यूनानी तिब्बी कांग्रेस-राजस्थान स्टेट की ओर से विश्व यौन स्वास्थ्य दिवस के अवसर पर राष्ट्रीय संगोष्ठी आयोजित की गयी।
उक्त कार्यक्रम में नई दिल्ली से आये डा. सय्यद अहमद खा के सेक्रेटरी जनरल ए. आई 50 टीसी नई दिल्ली ने अध्यक्षता की तथा दिल्ली से भारत सरकार के आयुष मंत्रालय के एनसीआई. एस. एम. कनडेरिकी अध्यक्ष प्रोफेसर मोहम्मद मजाहिर आलम मुख्य अतिथि के रूप में उपस्थित रहे।
अतिथियों में डा. सुनील शर्मा चैयरमैन, सुरेश ज्ञान विहार विश्वविद्यालय जयपुर, प्रोफेसर राजेश कुमार भारद्वाज ओएसडी - उप मुख्यमंत्री राजस्थान सरकार व राजस्थान यूनानी मेडीकल कालेज एण्ड हास्पीटल, जयपुर के मैनेजमेंट कमेटी सैक्रेट्री-डा. परवेज अखतर और मुहम्मद जाकिर गुडएज- सचिव राजपूताना यूनानी मेडीकल कालेज होस्पीटल एण्ड रिसर्च सेन्टर जयपुर, समाजसेवी अब्दुल लतीफ़ (आरको) सहित अन्य उपस्थित रहे।
विश्व यौन स्वास्थ्य दिवस के अवसर पर कई व्याख्यान यौन स्वास्थ्य से सम्बंधित जारूक्ता लाने के उद्देश्य से प्रस्तुत किये गये। जिसमें प्रमुख प्रोफेसर डा. मुहम्मद इदरीस व डा. सरफराज अहमद एसोसिएट प्रोफेसर ने वर्तमान समय की अवशक्ता को ध्यान में रखते हुए कई महत्वपूर्ण बातें अपने व्याख्यान में कहीं ताकि समाज उन तमाम चीज़ों को लेकर जागरूक हो सके।
कार्यक्रम में उपस्थित यूनानी संकाय के डीन प्रोफेसर आज़म अन्सारी, डा. एस. आर. राजस्थान आयुर्वेद विश्वविधालय जोधपुर ने कार्यक्रम में उपस्थित सभी को प्रोतसाहित किया व उन्होंने कहा कि हम सभी को यौन स्वास्थ्य विषय को गंगभीरता लेना चाहिए इसकी ओर ध्यान ना देना मनुष्य स्वास्थ्य के लिए दुष्परिणाम
हो सकते हैं। उपस्थित सभी मंच आसीन विशिष्ट अतिथियों ने अपने-अपने सम्बोधन में यौन स्वास्थ्य के विषय को गम्भीरता से लेने पर बल दिया। राष्ट्रीय संगोष्ठी के कन्वीनर प्रोफेसर गुलाम क़ुतुब चिश्ती ने स्वागत भाषण में सेमीनार के मुख्य विषय यौन स्वास्थ्य के बारे में बताते हुए कहा कि सेमीनार का मुख्य उद्देश्य यौन स्वास्थ्य के प्रति जागरुकता फैलाना और सामाजिक झिझक को तोड़ना है ताकि लोग खुलकर इस विषय पर अपनी बात कह सके और विशेषज्ञों से सलाह लें सकें।
इसी बीच मंच का संचालन कर रहे डा. सय्यद अब्दुल मुजीब ने बताया कि विश्व यौन स्वास्थ्य दिवस हर वर्ष 4 सितंबर को दुनिया भर में यौन स्वास्थय पर जागरुक्ता फैलाने के उद्देश्य से मनाया जाता है। एसोसिएट प्रोफेसर मुजीब ने बताया कि इसकी अनदेखी मानसिक और शारीरिक दोनों स्तरों पर गंभीर परिणाम ला सकती है।
उक्त सेमीनार में भाग लेने के लिए देश भर से डॉक्टर्स, हकीम, यूनानी विशेषज्ञ, बुद्धिजीवी भाग लेने के लिए उपस्थित हुए। मुख्य रूप से अजमेर, जोधपुर से डा. शमीम अहमद, रिहाडि असिस्टेंट डायरेक्टर डा. नवाजुल हक- सचिव ए आई यू टी सी डा. मनेसर अली, अजमेर से, व सवाईमाधपुर सीकर, टोंक आदि शहरों से यूनानी सीनीयर हकीम उपस्थित हुए।
राष्ट्रीय संगोष्ठी में राज राजस्थानप्रदेश में संचालित यूनानी महाविद्यालयों में अध्यनरत छात्र-छात्राओ ने बड़ी संख्या में भाग लिया और यूनानी छात्रों ने सेमीनार में भाग लेने के लिए बड़ी तादाद में ऑन लाईन रजिस्ट्रेशन करवाया और सेमीनार के इस विषय को गंभीरता से लिए जो कि कार्यक्रम की महत्वता के दशाता है।
इस अवसर पर प्रोग्राम के कन्वीनर प्रो. डॉ जी क्यू चिश्ती की सभी ने सराहना की एवं भविष्य में ऐसी कॉन्फ्रेंस आयोजित करते रहने की बात भी कही। कॉन्फ्रेंस में प्रो डॉ अब्दुल मुजीब ने मंच संचालन किया। राजस्थान के अध्यक्ष मेहमूद हसन, को कन्वीनर डॉ ज़ाकिर हुसैन, डॉ फ़िरोज़, डॉ सिराजुल हक़, डॉ मोहम्मद रोशन, डॉ वसीउर्र, डॉ फैज़ान हुसैन, डॉ सफ़वान, डॉ यासिर सिद्दीकी व अन्य प्रोफ़ेसर, डॉक्टर्स, स्टूडेंट व यूनानी पैथी से सम्बंधित लोगों ने शिरकत की।