महानगर के अपराधी धीरे-धीरे छोटे-छोटे शहर वह कस्बे तक पहुंच रहे हैं। अजमेर जिले का एक छोटा सा शहर विजयनगर है जहां स्कूली छात्राओं को अपने जाल में फंसा कर यौन शोषण ब्लैकमेल व धर्मांतरण का दबाव बनाया जा रहा था। धार्मिक क्रियाकलाप नहीं करने पर कलाई तक काटने की धमकी दी गई थी एक पीडीता कि कलाई काट भी दी थी। लेकिन जिस प्रकार चित्तौड़गढ़ के थाना क्षेत्र चंदेरिया में 3 साल की बच्ची के साथ रेप करने के प्रयास में आरोपी की पैरवी नहीं करने का निर्णय लिया इस प्रकार विजयनगर अभिभाषक संघ ने भी आरोपी की पैरवी नहीं करने का निर्णय लिया है। अगर यह सिलसिला इसी प्रकार जारी रहा तो इससे प्रेरित होकर पूरा देश जाग जाएगा पूरे देश में अधिवक्ता आरोपी की पैरवी नहीं करेंगे तो अपराधों में कमी आ सकती है। पूरे देश के अभिभाषक संस्थान को यह निर्णय बहुत पहले ही कर लेना चाहिए था। अभी भी अगर अधिवक्ता अपने नैतिक मूल्यों को समझेंगे तो अपराधों मेंआगे कमी आ सकती है।
लेखिका : लता अग्रवाल, चित्तौड़गढ़ (राजस्थान)।