"विकसित भारत के लिए मातृभाषा गौरव" पर परिचर्चा

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जयपुर। यू.जी.सी. सामाजिक अपवर्जन एवं समावेशी नीति अध्ययन केंद्र (सी.एस.एस.ई.आई.पी), राजस्थान विश्वविद्यालय एवं विद्या भारती के संयुक्त तत्वावधान में "विकसित भारत के लिए मातृभाषा गौरव" विषय पर एक महत्वपूर्ण परिचर्चा का आयोजन किया जा रहा है। यह कार्यक्रम दिनांक 24 दिसंबर 2024 को दोपहर 2:00 बजे राजस्थान विश्वविद्यालय के मानविकी सभागार में आयोजित होगा।

सी.एस.एस.ई.आई.पी के निदेशक एवं आयोजन सचिव रोहित कुमार जैन ने बताया कि इस कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में राजस्थान विधानसभा अध्यक्ष प्रो. वासुदेव देवनानी का सानिध्य प्राप्त होगा। कार्यक्रम की अध्यक्षता प्रो. अल्पना कटेजा, माननीय कुलपति, राजस्थान विश्वविद्यालय द्वारा की जाएगी। मुख्य वक्ता के रूप में माननीय शिव प्रसाद जी, संगठन मंत्री, विद्या भारती राजस्थान एवं विशिष्ट अतिथि के रूप में जयपुर जिला कलेक्टर डॉ. जितेंद्र कुमार सोनी भी कार्यक्रम में उपस्थित रहेंगे । इस परिचर्चा का उद्देश्य मातृभाषा के संरक्षण, संवर्धन तथा  इसके सामाजिक एवं शैक्षिक महत्व को उजागर करना है। साथ ही, यह कार्यक्रम नई शिक्षा नीति (NEP) की सफल क्रियान्विति में मातृभाषा की भूमिका पर विचार-विमर्श का अवसर प्रदान करेगा।

कार्यक्रम में विश्वविद्यालय के शिक्षकों, छात्रों और आमंत्रित गणमान्य अतिथियों की सहभागिता रहेगी। इसके अतिरिक्त राज्य भर से भाषा विशेषज्ञ, विद्वान, अभिभावक और शिक्षाविद भी इस आयोजन में शामिल होंगे। यह कार्यक्रम मातृभाषा गौरव जागरण की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है, जो भाषा के प्रति सम्मान और जागरूकता बढ़ाने का प्रयास करेगा।

विशेषज्ञ वक्ताओं द्वारा मातृभाषा के महत्व, उसकी सांस्कृतिक विरासत एवं शिक्षा के क्षेत्र में उसके योगदान पर गहन विचार-विमर्श किया जाएगा। इस परिचर्चा के माध्यम से विकसित भारत के निर्माण में मातृभाषा की भूमिका को सशक्त बनाने और समावेशी तथा समानताधारित शिक्षा प्रणाली के विकास की दिशा में सार्थक पहल की जाएगी।