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मण्डावर। संयुक्त निदेशक कृषि (विस्तार) दौसा डॉ. प्रदीप अग्रवाल के निर्देश पर सहायक निदेशक कृषि (मुख्यालय) दौसा सुरज्ञान सिंह गुर्जर, कृषि अधिकारी दौसा अशोक कुमार मीणा, सहायक कृषि अधिकारी मण्डावर भीम सिंह मीणा ने मण्डावर में खाद-बीज के विक्रय परिसरों एवं गोदाम का सघन निरीक्षण कर विक्रेताओं को क्षेत्र के किसानों को उचित दर पर गुणवत्तापूर्ण कृषि आदान उपलब्ध करवाने के आवश्यक निर्देश प्रदान किए गए। रिकॉर्ड संधारण में कमी मिलने पर 02 विक्रेताओं को नोटिस जारी कर रिकॉर्ड पूर्ण करने के निर्देश प्रदान किए गए।
मीना ने किसानों को डीएपी उर्वरक के स्थान पर एसएसपी एवं यूरिया उर्वरक उपयोग करने की सलाह दी गई। किसान बुवाई के समय डीएपी के विकल्प के रूप में 1 बैग डीएपी के स्थान पर 3 बैग सिंगल सुपर फास्फेट (एसएसपी) व 1 बैग यूरिया का उपयोग करें। सिंगल सुपर फास्फेट में उपलब्ध फास्फोरस तत्व के अलावा अन्य आवश्यक पोषक तत्व यथा- सल्फर,जिंक सल्फेट , बोरोन आदि पोषक तत्व भी उपलब्ध होते हैं । किसान डीएपी के स्थान पर एसएसपी+यूरिया के अलावा एनपीके कॉम्प्लेक्स उर्वरक के विभिन्न ग्रेडस यथा - N P K 12:32:16, 20:20:0:13, 19:19: 19 , 16:16:16, 15:15:15 आदि का उपयोग करना चाहिए। किसान खेतों से मिट्टी नमूने की जांच के आधार पर बनाए गए मृदा स्वास्थ्य कार्ड के अनुसार भूमि में उर्वरकों का उपयोग करें।
क्षेत्र में विक्रेताओं के पास पर्याप्त मात्रा में यूरिया, एसएसपी, एनपीके सहित अन्य उर्वरक उपलब्ध है। उन्होंने ने बताया कि किसान आवश्यता अनुसार उर्वरक क्रय कर सकते है। किसान पंजीकृत कृषि आदान विक्रेताओं से ही खाद, बीज, दवाई खरीदे एवं बिल अवश्य लेवें। क्षेत्र के किसान खाद-बीज से संबंधित समस्या होने पर कृषि विभाग के अधिकारियों को सूचना देवे ताकि अनियमितता करने वाले विक्रेताओं के खिलाफ आवश्यक कार्रवाई की जा सके। किसान आवश्यकता अनुसार उर्वरक क्रय करें एक साथ अधिक मात्रा में उर्वरक क्रय कर स्टॉक नहीं करें।