जब किसी महिला के साथ बलात्कार होता है तो वह जीवन भर उसअपमान को नहीं भूल सकती है और कहीं तो आत्महत्या कर लेती है लेकिन हमारी न्याय प्रणाली के कारण अपराधी निडर है दिनों दिन बलात्कार की घटनाएं बढ़ती जा रही है। डॉक्टर के साथ बलात्कार, अयोध्या बलात्कार कांड और जोधपुर में ढाई साल की बच्ची के साथ दुष्कर्म यह हैवानियत से भी बढ़कर है सोशल मीडिया पर कहां जा रहा है कि ऐसे अपराधी को भरे बाजार में लोगो के सामने सजा दी जाए। लेकिन इससे उस पीड़िता की तकलीफ कम नहीं होगी इसके बजाय अगर ऐसे दुष्कर्मियों को बधिया बना दिया जाए तो वह भी पीड़िता की तरह इस अंजाम के साथ समाज में अपमान की जिंदगी जिएंगे। ऐसे में अपराधी उनको देखकर ऐसा अपराध करने से पहले 100 बार सोचेंगे।
लेखिका : लता अग्रवाल चित्तौड़गढ़