आरक्षण से छेड़छाड़ किसी भी सूरत में बर्दाश्त नही करेंगे : हुड़ला

सुरेश बागड़ी की रिपोर्ट 

www.daylife.page 

मण्डावर। आरक्षण बचाओ संघर्ष समिति की तरफ से 21 अगस्त को देशभर में बंद का ऐलान किया गया।  आरक्षण बचाओं संघर्ष समिति के भारत बंद के आव्हान पर विभिन्न संगठनों ने समर्थन किया और बुधवार को मण्डावर में बैंक,सरकारी दफतर सहित मेडिकल की दुकानों को छोडक़र बाकि पूरी तरह से शांतिपूर्ण तरीके से बंद सफल रहा। आरक्षण को लेकर सुप्रीम कोर्ट के 1 अगस्त को आए फैसले के विरोध में ब्लॉक कांग्रेस कमेटी मण्डावर ,अनु .जाति जनजाति संघ एवं डां.भीमराम अम्बेडकर जागृति संघ ने भारत बंद का समर्थन करते हुए व्यापारियों से मण्डावर बंद रखने की अपील की गई। जिसको लेकर व्यापारियों ने भारत बंद का समर्थन करते हुए बुधवार को पूर्णतय मण्डावर शहर बंद रखा गया। भारत बंद के दौरान पहलीबार मण्डावर में ऐसा देखने को मिला है कि एक भी दुकान खुली दिखाई नही दी। जहां एक साथ सम्पूर्ण दुकानों की शटर बंद दिखाई दी। 

वहीं सुप्रीम कोर्ट के फैसले का विरोध कर रहे विभिन्न संगठनों ने भूड़ा मोड़ पर एक सभा आयोजित की गई। जिसमें पूर्व विधायक ओमप्रकाश हुड़ला ने कहा कि एससी-एसटी के आरक्षण से छेड़छाड़ को किसी भी सूरत में बर्दाश्त नही किया जाएगा।  यदि आरक्षण में छेडख़ानी की जाती है तो एससी-एसटी वर्ग के लोग इसका जबर्दस्त विरोध करेंगे। इसके बाद सभी संगठनों ने सामूहिक रूप से भूड़ा मोड़ से पूर्व विधायक ओमप्रकाश हुड़ला के नेतृत्व में विशाल रैली शहर के मुख्य बाजार होते हुए गांधी चौक तक निकाली गई। जहां संगठनों के लोगों को तहसीलदार हरकेश मीणा को राष्ट्रपति सहित प्रधानमंत्री के नाम ज्ञापन सौंपा। 

ज्ञापन में संपूर्ण भारतवर्ष का अनुसूचित जाति एवं अनुसूचित जनजाति समाज सुप्रीम कोर्ट के इस फैसले का पुरजोर विरोध करता है, और साथ ही सुप्रीम कोर्ट के इस फैसले को खारिज करवाने के लिए संसद में अविलंब विधेयक लाकर पारित करवाए जाने की मांग गई। इधर भारत बंद को लेकर पुलिस की ओर से सुरक्षा व्यवस्था कड़ी की गई है। आवश्यक आपातकालीन सेवाओं को इस बंद से मुक्त रखा गया है।  वहीं शहर में चप्पा चप्पा पर पुलिस बल तैनात रहा। जिससे शहर में बंद के दौरान पूर्ण शांति बनी रही। इस दौरान मनोज मीणा,पूर्व जिला परिषद सदस्य रोशन हवलदार,हरिकिशन मीणा,महेश वर्मा, कैलाश चंद,ओमप्रकाश, जगदीश बैरवा, कैलाश, डा. महेश मीणा, त्रिलोक, पूरण, रमेश, परशुराम, गंगा सहाय बैरवा, महेश,रामचन्द्र, सोहन लाल, आकाश, भौरी लाल, लक्ष्मीनारायण सहित अनेक संगठनों के लोग मौजूद रहे।