डीजे की धुन पर नाचते गाते लौट रहे कांवड़ियों को पुलिस ने रोका
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सांभरझील। ग्राम सांवरदा से देवयानी तीर्थ स्थल का का पवित्र जल लेकर डीजे की भक्ति धुन पर नाचते गाते लोट रहे कांवड़ियों को थाना अधिकारी के निर्देश पर सांभर थाने की पुलिसकर्मियों ने पहले उनका डीजे बंद करवाया, डीजे चालक के साथ मारपीट की और डीजे को जप्त कर कांवडीयों को थाने ले आई, जहां बताया जा रहा है कि सिविल ड्रेस में कांस्टेबल खेमचंद इतना अधिक गुस्से में हो गया की थाना परिसर में ही उसने एक कांवरिया को पड़कर चांटे मारना शुरू कर दिया। बचाव में जब अन्य कांवड़ियों ने विरोध किया तो मौके पर मौजूद पुलिसकर्मी खेमचंद को थाना परिसर में अंदर ले गए। इस घटना का वीडियो जैसे ही सोशल मीडिया पर वायरल हुआ तो सनातन प्रेमियों में जबरदस्त आक्रोश पैदा हो गया। घटना रविवार रात करीब 11:30 बजे की बताई जा रही है।
पुलिस की इस बर्बरता को लेकर सांभर थाना परिसर में विश्व हिंदू परिषद, राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ, भारतीय जनता पार्टी, देवयानी विकास समिति सहित जनप्रतिनिधियों के अलावा काफी संख्या में लोगों की भीड़ सोमवार सुबह करीब 9:15 बजे थाने पहुंच गई और दोषी पुलिस कर्मियों के खिलाफ कार्रवाई की मांग को लेकर जोरदार प्रदर्शन किया। धरना प्रदर्शन कर रहे लोगों की मांग थी कि तत्काल प्रभाव से मारपीट करने वाले पुलिसकर्मी और थानाधिकारी को सस्पेंड किया जाए। सूचना पाकर मौके पर सांभर डिप्टी भी पहुंची। सुबह से दोपहर तक कई बार वार्ताओं का दौर चला। मामला शांत होते नहीं देखा पुलिस ने नजाकत को समझते हुए एसपी को भी इनफॉरमेशन किया और पूरे घटनाक्रम की जानकारी से भी अवगत कराया।
हालांकि सोशल मीडिया पर पिटाई का वीडियो वायरल एडिशनल एसपी और जयपुर ग्रामीण एसपी तक भी पहुंचा तो वह भी मामले को गंभीरता से लेते हुए दोषी पुलिसकर्मी के खिलाफ कार्रवाई किए जाने का संदेश भिजवाया। धरना स्थल पर मौजूद सभी का कहना था कि जब तक कांस्टेबल का सस्पेंड ऑर्डर उन्हें नहीं दिखाया जाएगा वे यहां से हिलने वाले नहीं है। दोपहर में ही पुलिस अधीक्षक ग्रामीण शांतनु कुमार ने कांस्टेबल खेमचंद को सस्पेंड किए जाने के आदेश जारी कर दिए, सस्पेंड की कॉपी धरना स्थल पर मौजूद जनप्रतिनिधियों को भी व्हाट्सएप पर उपलब्ध करवाई गई।
इसके बाद लोगों ने थानाधिकारी को भी सस्पेंड किए जाने का मुद्दा उठा लिया और यह मामला करीब शाम 5:00 बजे तक चलता रहा। इसके बाद एडिशनल एसपी मौके पर पहुंचे और बात की तथा थानाधिकारी के खिलाफ एक्शन लिए जाने तथा उचित कार्रवाई का भरोसा दिलाया, तब कहीं जाकर मामला शांत हुआ। इस मामले में पिटाई का शिकार हुए कावड़िया ने लिखित में पुलिस को शिकायत दर्ज कराई है। इस मामले में विधायक विद्याधर चौधरी का कहना है कि मेंरे विधानसभा क्षेत्र में कल रात सांभर में कावड़ियों के साथ पुलिस प्रशासन के द्वारा मारपीट की घटना हुई है उसकी मैं कठोर निंदा करता हूं। भाजपा सरकार धार्मिकता की दुहाई देने वाली सरकार के राज में इस प्रकार से कावड़ियों के साथ मारपीट और लाठीचार्ज हो रहा है।
उक्त घटना को अंजाम देने वाले दोषी पुलिस कर्मचारियों पर सख्त से सख्त कार्रवाई होनी चाहिए, वहीं पूर्व विधायक निर्मल कुमावत का कहना है कि घटना बहुत दुर्भाग्यपूर्ण है। हमारी सरकार ने मामले को संज्ञान में लिया है तथा पुलिसकर्मी के निलंबित आदेश जारी किए गए हैं हम चाहते हैं कि इसमें कोई भी पुलिसकर्मी जो दोषी है उसकी भी जांच हो तथा उसके खिलाफ भी एक्शन लिया जाए।एडिशनल एसपी ब्रजमोहन मीणा का कहना है कि प्राप्त शिकायत पर चार सदस्यों की कमेटी गठित कर दी गई है अनुसंधान कर दोषी पुलिस कर्मियों के खिलाफ आवश्यक कार्रवाई की जाएगी। पुलिस उपाधीक्षक सारिका खंडेलवाल का कहना है कि मामले की जांच कर सभी दोषी पुलिस कर्मियों के खिलाफ कार्यवाही की जाएगी।