टोंक में रंगमंच का नया अध्याय-नाटक “द डेथ ऑफ गैलीलियो” का मंचन

अरशद शाहीन 

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टोंक। टोंक रंगमंच के इतिहास में 05 फरवरी की शाम कृषि ऑडीटोरियम में कम्यूनिटी थिएटर टोंक द्वारा प्रस्तुत नाटक “द डेथ ऑफ गैलीलियो” का मंचन किया गया। इस मंचन में शहर के 600 से अधिक दर्शक मौजूद रहे जो टोंक में नए रंगमंच अध्याय के साक्षी बने। एशिया के सबसे बड़े थिएटर फेस्टिवल भारत रंग महोत्सव में 13 फरवरी को आसाम से पहले अपनी नाट्य प्रस्तुति कोटोंक शहर के लिए मंचित किया जहां कृषि ऑडीटोरियम में दर्शकों की उपस्थिति ने इसे एक ऐतिहासिक दिन बना दिया। नाटक "द डैथ ऑफ गैलीलियो" वैज्ञानिकों की सामाजिक ज़िम्मेदारी की ओर इशारा करता हैं। जन - स्मृतियों में विवेकशील मार्ग को उर्वरा बनाने की जद्दोजहद करता हैं। 

नाटक में मंच पर गैलीलियो रामरतन गुगलिया, ब्रुनो एवं लूडोविको अमन तसेरा,बलवीर एवं रोम के पुजारी  चित्तरंजन नामा, योगिंदर एवं हिटलर आफताब नूर, ध्यान एवं खगोलशास्त्री शुभम मेघवंशी, विजय आशीष धाप, पत्रकार एवं रोम का पोप मोहित वैष्णव, ब्रुनो की माँ और युवक की माँ रायना राहा ब्रुनो के गाँव वाले रिया बंसल, राजवंती तमोली, ऋतुराज गौतम, विजय लक्ष्मी तसेरा, यशवंत सैनी, हर्मेन्द्र सरताज और नियाना  आदि ने अभिनय किया। वहीं नाटक का संगीत निर्देशन गर्वित गिदवानी, सहायक संगीत चित्तरंजन नामा, अमन तसेरा, मोहित वैष्णव, हर्मेन्द्र सरताज, लाइट संयोजन और संचालन कृष्णा नीरज, मंच संयोजन शुभम मेघवंशी और आशीष धाप कॉस्टयूम डिजाइन शुभम और आफताब नूर प्रोप्स डिजाइन फिरोज आलम द्वारा किया गया। नाटक का निर्देशन राजकुमार रजक द्वारा किया गया।

नाट्य प्रस्तुति के इस अवसर पर जिला प्रमुख सरोज बंसल, पूर्व सभापति नगर परिषद लक्ष्मी जैन, राजस्थान शिक्षक संघ (अंबेडकर) टोंक के सर्वेश मेहरा, रमेशचंद बोयत, हरिराम बडीवाल, सुरेश कुमार वर्मा, राधेश्याम वर्मा, रामस्वरूप चौमिया, रामस्वरूप पहाड़िया और अजाक टोंक से कैलाशचंद बैरवा, डॉ. मनीष लोदी, मदनलाल वर्मा, धीरज बंशीवाल, ओमप्रकाश वर्मा चिरोज, कृष्णा चौधरी कोहना प्रिंसिपल, कवि प्रदीप पँवार, अशोक सक्सेना, मनु शर्मा, अच्युत ठाकुर, देवेंद्र जोशी, रमेश काला, सीताराम गुप्ता अंतरराष्ट्रीय गायक धनराज साहू, अंतर्राष्ट्रीय शायर डॉक्टर ज़िया टोंकी, रजनी पंवार, प्रशांत बैरवा, इलु पाटनी, चिनू पारिक, हेमंत आज़ाद तथा शहर के नागरिकों ने सभी कलाकारों को बधाई दी और संवाद को निरंतर आगे बढ़ाने का आह्वान किया।