शाकम्भर नगरी में रामलला की झांकी के साथ निकली शोभायात्रा

शैलेश माथुर की रिपोर्ट 

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सांभरझील। सिंघानिया मोहल्ला स्थित खेड़ापति बालाजी मंदिर से बुधवार की शाम 6:15 बजे निज मंदिर में महाआरती के बाद रामलाल की झांकी के साथ 43वीं विशाल शोभायात्रा समिति के अध्यक्ष राकेश शर्मा, सह सचिव विश्वानंद उर्फ विक्की पाराशर, उपाध्यक्ष मुकेश पाराशर, समिति के संरक्षक पार्षद पति सत्यनारायण स्वामी, नवल किशोर जांगिड़ की मौजूदगी में गाजे-बाजे से घोड़ी व अनेक रथ पर सवार जीवंत झांकियों के साथ निकली। 

शोभायात्रा की खास तैयारी के लिए नगर के प्रमुख चौराहों, रास्तों पर सैकड़ों रामध्वज पताका लहराई गई। इससे पहले निज मंदिर में सुंदरकांड व हनुमान चालीसा पठन में अनेक श्रद्धालुओं ने उत्साह के साथ भाग लिया। प्रभु श्रीराम के जयकारे के उद्घोष से नगरी गूंजायमान हो उठी। शोभायात्रा में सैकड़ों बच्चों, महिला श्रद्धालुओं सहित हजारों लोगों ने भाग लिया। शोभायात्रा महावीर वाटिका से होते हुए पृथ्वीराज सर्किल पहुंची, जहां पर अनेक दुकानदारों ने पुष्प वर्षा से शोभायात्रा का अभिनंदन किया। 

न्यू मार्केट, तेली दरवाजा रोड, माताजी का चबूतरा, खटीको की हथाई, छोटा बाजार व चौपदारों का मोहल्ला होते हुए शोभायात्रा गंतव्य स्थल खेड़ापति बालाजी मंदिर पहुंची, जहां आरती के बाद भक्तों को प्रसाद बांटा गया। शोभायात्रा में खेड़ापति बालाजी, पंचमुखी बालाजी, भगवान गणेश, नदी पर बैठे भगवान शिव, बाहुबली बजरंगी आदि की जीवंत झांकियां के प्रदर्शन ने लोगों को आकर्षित किया। जीवंत झांकी के आर्टिस्ट मुकेश पाराशर उर्फ पप्पूसा, कोषाध्यक्ष श्याम जांगिड़, परमानंद पाराशर, बनवारी सिंघानिया, बालकिशन सिंघानिया, हेमंत सेन, हितेश स्वामी, नरेंद्र स्वामी, पं विजय व्यास, कमल सिंघानिया, देवेंद्र कुमार भार्गव, राजेश पारीक, रूपनारायण शर्मा सहित अनेक भक्तगणों का शोभायात्रा में खास सहयोग और योगदान रहा।