डॉ आंबेडकर जयंती पर सेमिनार अवार्ड एवं पुस्तक का विमोचन


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बिलासपुर। गोपाल किरन समाजसेवी संस्था द्वारा शासकीय जे.पी वर्मा स्नातकोत्तर महाविद्यालय, बिलासपुर में एक  सेमिनार शोध सेमिनार, अवार्ड,  एवं पुस्तक विमोचन का आयोजन किया गया यह कार्यक्रम पूर्ण सादगी एवं भव्यता के साथ में चार चरणों में आयोजित हुआ. प्रथम चरण में शोध सेमिनार के मुख्य अतिथि राजेंद्र रंजन गायकवाड पूर्व केंद्रीय जेल अधीक्षक विशेष अतिथि प्रो. डॉ. एस.एल.निराला  (प्राचार्य) शासकीय जेपी वर्मा स्नातकोत्तर, महाविद्यालय अनीता प्रभा मिंज (एसडीओपी) बिलासपुर, जी सी.भारद्वाज, डॉ. गिरधारी अग्रवाल, कुलसचिव,  विश्वविद्यालय, विश्वविद्यालय, बिहार, जितेन्द्र पाटले, जिला परियोजना अधिकारी, (लिटरेसी), बिलासपुर कार्यक्रम की अध्यक्षता गोपाल किरन समाजसेवी संस्था  के अध्यक्ष श्रीप्रकाश सिंह निमराजे ने की।

इस अवसर पर मुख्य अतिथि की आसंदी से राजेंद्र रंजन गायकवाड़ ने कहा कि समाज की तरक्की में गैर सरकारी संगठन माहिती भूमिका निभा कर बाबा साहिब अंबेडकर जी का सपनों का भारत बना सकते हैं। अध्यक्षता कर रहे श्रीप्रकाश सिंह निमराजे जी अपने उद्बोधन में बाबा साहिब के जीवन संघर्ष और योगदान पर प्रकाश डाला।

द्वितीय सत्र के मुख्य अतिथि एस. आर. कुर्रे (से  नि) अपर कलेक्टर),एम. आर. चेलक (से नि अपर कलेक्टर), प्रभाकर ग्वाल (पूर्व सीबीआई मजिस्ट्रेट) , आदि ने संविधान की महत्ता पर अमूल्य विचार रखें। सेमिनार के प्रारंभ में अतिथियों द्वारा बाबा साहब डॉक्टर बी आर अंबेडकरजी के चित्रों पर माल्यार्पण पर किया गया फिर संविधान की प्रस्तावना का वाचन श्रीमती जलेश्वरी द्वारा कराया गया। संस्था के अध्यक्ष निमराजे ने बताया कि संस्था सशक्त क्षमता मूलक समाज के लिए की स्थापना के लिए कार्य थे संस्था द्वारा लगातार विभिन्न तरह की गतिविधियां संचालित की जा रही है ।

संस्था का प्रमुख उद्देश्य है की समाज के वंचित वह लोग जिनका की एक उचित ऑप्शन नहीं मिला है उन्हें अवसर देने का भी प्रयास है। आपने कहा हमारे देश का संविधान सर्वोच्च पवित्र ग्रंथ है इसका अध्ययन सबको करना चाहिए। 

समानता, स्वतंत्रता और भाईचारे के स्तंभों के बावजूद लोकतंत्र को नैतिक रूप से भी देखा जाना चाहिए। जाति व्यवस्था में नैतिकता का प्रयोग जीवन में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। नैतिकता के चश्मे का उपयोग जाति व्यवस्था की जांच करने और समाज से भेदभाव की बुराइयों और बुराइयों को खत्म करने में किया जाना चाहिए।"सकारात्मक लोग प्रेरणा और प्रोत्साहन का स्रोत होते हैं। वे आपको अपने लक्ष्यों पर ध्यान केंद्रित रखने और चुनौतियों पर काबू पाने में मदद कर सकते हैं। वे रचनात्मक आलोचना और प्रतिक्रिया देते हैं, जिससे आपको बढ़ने और सुधार करने में मदद मिलती है। सकारात्मक लोगों में एक संक्रामक ऊर्जा भी होती है। 

गोपाल किरन संस्था के अनेक प्रयास है जिसने भारत को गौरवान्वित किया है और देश भर में कई लोगों की मदद की। भीमराव अंबेडकर एक ऐसे व्यक्तित्व थे जिन्होंने भारत की दिशा और दशा बदल दी जिन्होंने दबे कुचले, वंचित  लोगों के लिए सम्मान पूर्वक जीने का हक की बात की समानता की बात की और संदेश दिया कि मनुष्य जाति में सभी समान हैं। जिसने क्रांति का बिगुल बजाया संपूर्ण संसार में आज उन्हीं को याद करते हैं।

बाबा साहब ने बाबा साहब ने सभी वर्गों को ध्यान में रखते हुए संविधान लिखा था उसी के अनुसार आज समाज के हर व्यक्ति को लाभ मिल रहा है।

इस अवसर पर संविधान जनक डॉ बी.आर. अंबेडकर राष्ट्रीय एवं राजकीय कला संस्कृति पुस्तक का विमोचन मुख्य अतिथि द्वारा किया गया। कार्यक्रम में छत्तीसगढ़ की कला संस्कृति को नृत्य, कविता, गीत के माध्यम से प्रस्तुत किया गया। जिसमें जिसमें तखतपुर ब्लॉक की शिक्षिका श्रुति कोरी, कविता श्रीवास, ममता बैरागी के द्वारा स्वागत  नृत्य प्रस्तुत किया गया। इसी क्रम में सरिता निरंकारी मीना दिवाकर के द्वारा छत्तीसगढ़ महतारी की वंदना कर नृत्य पेश किया गया। नृत्य की इसी कड़ी में सलका नवागांव हायर सेकेंडरी स्कूल की छात्राओं के द्वारा बाबा साहब डॉ भीमराव अंबेडकर की जी के महिमा मकान पर एक नृत्य प्रस्तुत किया गया। महिलाओं द्वारा सुंदर छत्तीसगढ़ी डांस की जमकर तारीफ की तथा सुंदर संविधान  गीत, आदि की प्रस्तुति दी। संध्या चंद्रसेन जी के अलावा वरिष्ठ पत्रकार सुनील चिंचोलाकर, मंजुलता मेरसा और उनके पति का सहयोग रहा। आभार प्रदर्शन डॉ. राधा सुनील कुमार भोपाल ने किया।

इस अवसर पर अवॉर्ड वितरण किया गए जिनमे सिंबल ऑफ नॉलेज, भारतरत्न बाबा साहेब डॉ.बी.आर. अंबेडकर लाइफ टाइम इंटरनेशनल आईकॉन अवॉर्ड :

राजेंद्र रंजन गायकवाड, (से. नि. सेंट्रल जेल अधीक्षक, साहित्यकार, सामजिक चिंतक), प्रो.डॉ.एस.एल.निराला, प्राचार्य, शा. जे. पी. वर्मा आर्ट्स एंड कोमर्स स्नातकोत्तर महाविद्यालय, बिलासपुर। गुरु घासीदास लाइफ टाइम साहित्यक सामाजिक शिरोमणी रत्न अवार्ड : मणि प्रभा त्रिपाठी, प्रधान पाठक, सारंगढ़, रायगढ़। अवार्ड बिलासपुर कार्यकम हेतु चयनित सूची : रवि हरिदास कानेकर (मनचला) आयुध निर्माणी अंबाझरी, रक्षा मंत्रालय की ईकाई, नागपुर, गयाराम ध्रुव, ग्राम- तरसींवा, पोस्ट-तरसींवा,जिला-धमतरी, राज्य-छत्तीसगढ़, प्रो.सुजाता मैनवाल, समाजशास्त्र विभाग, मेरठ कॉलेज, मेरठ, डॉ.माया एसएच, लेखिका, सोशल एक्टिविस्ट, पुणे, शिवकुमार छ्त्रवाणी प्रधान पाठक, राष्ट्रीय शासकीय शासकीय माध्यमिक शाला सिलदाह, कोटा, बिलासपुर,पी.यादव 'ओज',साहित्यकार झारसुगुड़ा, डा.प्रमोद आदित्य,(से. नि.), प्राचार्या, जांजगीर चांपा,डॉ.मीरा पुष्पांजलि, एसोसिएट प्रोफेसर,जमशेदपुर, डॉ .सुधांशु कुमार चक्रवर्ती, उच्च माध्यमिक विद्यालय, जफराबाद, देसरी, वैशाली, बिहार, प्रो.बालेश्वर राम,चतरा महाविद्यालय,चतरा(झारखंड), रामनारायण मेहर माध्यमिक शिक्षक शासकीय एकीकृत माध्यमिक विद्यालय कसाई दे हरिया,आगर, मालवा मध्य प्रदेश, अपराजिता शर्मा, से. (से. नि.) आकाशवाणी, स्वतंत्र लेखन, ज्योति परमाले, साहित्यकार,रायपुर (छ.ग), राजकुमार रामलखन यादव, शिक्षक, साहित्यकार, मुबई, अंजू किरन,सहायक शिक्षक शासकीय शासकीय प्राथमिक शाला ,शनिचरा शनिचरा डीह माल, जांजगीर, चांपा, राजेश नायक ओड़िंट, जुडो कराटा प्लेअर, राज्य निर्णायक अधिकारी, राष्ट्रीय अपराध नियंत्रण संगठन भारत, गांव ओड़िंट तहशील लाडनूँ जिला नागौर राजस्थान, खिलेश्वरी बघेल स्टेट यूथ प्रेसिडेंट (छ.ग), राष्ट्रीय अपराध नियंत्रण संगठन, बिजराडीह जिला बलोदा बाजर, डा.सविता भीमराव सोनवाने, असिस्टेंट प्रोफेसर, ओरंगाबाद, पांचाळ देविदास श्रीनिवास राव एसटी कॉलनी गंगणे प्लॉटिंग आईसाहेब निवास तुळजापूर जिल्हा धाराशिव, श्रीमती गायत्री मिरी युवा कवियत्री, सामाजिक चिंतक बरबसपुर, कोरबा, छतीसगढ़, नादुगोपाल् दास, शिक्षक, पूर्वा मेदिनीपुर, उमाशंकर कश्यप, समाजिक कार्यकर्ता, मुंगेली, पूर्वा श्रीवास्तव कवियत्री, सामाजिक चिंतक रायपुर (छ ग), दौलतराम कश्यप अध्यक्ष, आस्था समिति, आस्था समिति कलेक्ट्रोट के पीछे ऊर्जा के पास कवर्धा, जिला कबीरधाम, जलेश्वरी गेंदले शिक्षक, लेखिका, सामाजिक चिंतक, मुंगेली छत्तीसगढ़, श्रीमती ऋतम्भरा शीशपाल कश्यप,ऋतु, शिक्षक, शासकीय नवीन पूर्व माध्यमिक शाला कोसमंदा, जांजगीर चांपा छत्तीसगढ़, अंजू सिंह, लेखिका, भजनपुरा, दिल्ली, डॉ विनीत विघार्थी दर्शन शास्त्री,प्रबंधक निदेशक गायत्री शक्तिपीठ घाम गंज पुरैना रोड आंवला बरेली, रामजीमल शिक्षाविद, प्रधानाचार्य (सेवा निवृत्त), समाजिक चिंतक, मेघा पवार, व्याख्याता, देवास, श्रीमति गीता नामदेव सामाजिक कार्यकर्ता, डा. राधा सुनील कुमार कवियत्री, शिक्षक, सामाजिक चिंतक, भोपाल, (म. प्र), रामप्रसाद बसेड़ीया, वरिष्ठ अधिकारी, पंचायत अधिकारी, ग्वालीयर, ग्वालियर, शैलेंद्र कुमार लाल, एडवोकेट, उच्च न्यायालय, दिल्ली, कमला सिंह, प्राचार्य, सुल्तानपुर, गंगा शरण पासी, शिक्षक, सामाजिक चिंतक रायपुर केदार राम चन्द्रवंशी, कार्यक्रम अधिकारी राष्ट्रीय सेवा योजना, कबीरधाम, डॉ.तुलाराम साहू, डायरेक्टर, न्यू ब्राइट फ्यूचर एजुकेशन एसोसिएशन प्राइवेट लिमिटेड, प्रोफेसर दिवाकर एस गौर, एसोसिएट प्रोफेसर इंग्लिश, गोधरा, सुनीता श्रीवास्तव, प्राचार्या ,साहित्यकार, समाजसेवी, राष्ट्रीय संयोजक (शिक्षक प्रकोष्ठ), दूबेपुर, सुल्तानपुर चौहान सुभांगी मगन सिंह, कवयित्री एवं लेखिका, लातूर, महाराष्ट्र, गोपाल प्रसाद सिंगरूल, सोशल वर्कर, काउंसलर, बिलासपुर, एस.एम.शामिन, प्रेसिडेंट, ग्राम विकास मंडल, मुंगेली, पल्लवी झा (रूमा), कवियित्री और सामाजिक कार्यकर्ता रायपुर, संध्या चंद्रसेन, बिलासपुर रंजू सर्वे, नर्सिंग, बिलासपुर, इंदु रवि, कवियत्री, संध्या चंद्रसेन, सामाजिक कार्यकर्ता, मनीषा ,बिलासपुर, डॉ. प्रज्ञा सिंह, (दुर्ग) पुरस्कृत हुए।