"सम्मुख" में युवा कवि अश्विनी और हेमराज ’हेम’ ने कविता पाठ किया

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जयपुर। ग्रासरूट मीडिया फाउंडेशन की पहल पर राजस्थान फोरम के सहयोग से होने वाले कार्यक्रम ʿसम्मुख’ में दो कवियो ने अपनी रचनाएं की। साहित्य व कला के क्षेत्र में युवाओं को प्रोत्साहित करने के लिए यह कार्यक्रम जेएलएन मार्ग स्थित कलानेरी आर्ट गैलरी में आयोजित किया गया। इस कार्यक्रम में बारां के अश्विनी कुमार त्रिपाठी और कोटा के हेमराज सिंह ’हेम’ अपनी गज़ल, कविता और गीत पाठ किया। 

संयोजक प्रमोद शर्मा ने बताया कि इस आयोजन में प्रस्तुति देने देने वाले अश्विनी कुमार मूलतः शायर हैं। इनकी गजलें समकालीन भारतीय साहित्य, वागर्थ, अहा ज़िंदगी, हंस, वीणा, मधुमती, सेतु, पाखी, ककसाड़, हरिगंधा, राजस्थान पत्रिका सहित अनेक पत्र पत्रिकाओं में प्रकाशित हो चुकी है। इसके साथ ही कुछ टीवी चैनलों व आकाशवाणी केंद्र कोटा से इनकी गजलों का प्रसारण भी हो चुका है। इसके साथ ही इनका पहला गज़ल संग्रह  “हाशिये पर आदमी“ सन् 2020 में प्रकाशित हो चुका  है। इस पुस्तक को राजस्थान साहित्य अकादमी उदयपुर द्वारा “सुमनेश जोशी पुरस्कार“ 2021 भी प्रदान किया गया। 

वहीं हेमराज सिंह ’हेम’ की देश विदेश के कई पत्र पत्रिकाओं में कई रचनाएँ प्रकाशित हो चुकी है। इनकी प्रमुख काव्य रचनाएं चतुष्हस्त देव वीर कल्ला, हाड़ी रानी, हल्दीघाटी का सूर, गांधारी का प्रायश्चित, युधिष्ठिर का राजधर्म, भीष्म समाधान, सिया की अग्नि परीक्षा, पन्ना तू कैसी मात रही है। इनके अलावा इन्होंने एक 'महाकाव्य समरांगण से' और एक खंड काव्य संग्रह 'जयनाद' भी लिखा है। इनकी प्रकाशित कहानियों में विसर्जन, स्वामी की वंशबेल, गेहूँ की बालियाँ, सदमा, मृत्युभोज, बुकिंग प्रमुख है। अपने लेखन के लिए हेमराज सिंह कई सम्मान प्राप्त कर चुके हैं। इनमे प्रमुख रूप से मधुकर साहित्य सम्मान, कर्मयोगी साहित्य सम्मान, शान ए राजस्थान, मातोश्री सम्मान नई दिल्ली, छत्तीसगढ़ से पं.वासुदेव मिश्र सारस्वत सम्मान है। साथ ही राजस्थान सरकार के भाषा और पुस्तकालय विभाग द्वारा साहित्य सम्मान भी प्राप्त हुआ है।