टोंक। देवतमाता एण्ड कम्पनी ग्राम मोरड़ा (छान) तह. व जिला टोंक की ईट भट्टा श्रमिक सुरेन्द्र पुत्र ईश्वर निवासी ग्राम छपार तह. दादरी जिला भिवानी (हरियाणा) हाल देवतमाता एण्ड कम्पनी ग्राम मोरड़ा थाना मेहन्दवास तह. व जिला टोंक ने अधोहस्ताक्षरकर्त्ताओं के समक्ष उपस्थित होकर बताया कि व अपने घोड़े की कोठी लेने के लिए छुट्टी लेकर रेवाड़ी गया था तथा तीन दिन बाद वापस ईट भट्टा पर आ गया। ईट भट्टा के मालिक अशोक चौधरी व कप्तान सिंह के आदमी सतीश और मामन एक राय होकर मेरे झोपड़़े में आये और उन्होनें आते ही काम नहीं करने के बहाने से मुझे पीटना शुरू कर दिया और मेरे मुंह पर घूंसे मारकर मेरे मुंह के दो दांत तोड़ दिये। उन्होंने रिपोर्ट में लिखवाया कि मेरे साथ ही मेरी पत्नी के पेट एवं गुप्तांगों पर लात घूंसे मारें, जिससे मेरी पत्नी को चक्कर आ गये और वह गिर गई उसे रातभर उल्टीयां होती रहीं तथा पेट में काफी दर्द रहा। मैनें अपनी पत्नी को सआदत अस्पताल के इमरजेन्सी वार्ड में भर्ती कराया हैं उसकी हालत गम्भीर हैं। सतीश और मामन ने मुझे जान से मारने की धमकी देते हुए कहा हैं कि अगर तुने किसी को भी पिटाई की बात बताई तो तेरी लाश भी तेरे गांव जायेंगे जैसे कि मेरे सेठों ने कुछ दिन पहले रतन की लाश उसके गांव पहुंचाई हैं।
जानकारी करने पर पता चला हैं कि फर्म देवतमाता एण्ड कम्पनी के मालिक अशोक चौधरी व कप्तान सिंह निवासी हरियाणा अपने श्रमिकों पर आये दिन अत्याचार करते हैं, उन्हें प्रताड़ित करते हैं, कम वेतन पर अधिक श्रम लेते हैं, समय पर वेतन नहीं देते हैं तथा श्रमिकों के साथ बंधवा मजदूरों की तरह व्यवहार किया जाता हैं, जो कि श्रमिकों के विधिक अधिकारों का खुला उल्लंघन हैं।
रिपोर्ट में लिखा कि सम्बन्धित थाने को आदेश फरमावें कि वह पीड़ित श्रमिक सुरेन्द्र की रिपोर्ट दर्ज कर उसका एवं उसकी पत्नी पीड़िता श्रमिक सीमा का मेडिकल करवायें तथा फर्म के मालिक एवं उसके आदमियों के विरूद्व कानूनी कार्यवाही करें।
इस मामले में एआईसीसी ह्यूमन राइट्स के प्रदेशाध्यक्ष शकीलुर्रहमान खान, प्रदेशाध्यक्ष महिला संगीता राठी ने मोके पर जाकर इनकी समस्या को सुना एवं प्रशासन से उचित कारवाही करने की मांग की।