राज्य सफाई कर्मचारी आयोग के उपाध्यक्ष ने हैरिटेज निगम के अधिकारियों के साथ की समीक्षा बैठक
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जयपुर। राज्य सफाई कर्मचारी आयोग के उपाध्यक्ष दीपक डन्डोरिया ने निगम मुख्यालय में सफाई कर्मचारियों की समस्याओं के निवारण हेतु हैरिटेज निगम आयुक्त व निगम के समस्त अधिकारी गण मुख्य स्वास्थ्य निरीक्षकों व कार्यवाहक निरीक्षकों के साथ समीक्षा बैठक की।
हैरिटेज निगम के मुख्य सफाई निरीक्षकों ने डंडोरिया को बताया कि वार्ड में सफाई कर्मचारियों के पास काम करने के लिए हाथगाड़ी व हूपर व अन्य संसाधनों की कमी के कारण सफाई व्यवस्था सुचारू रूप से संचालित नही हो पाती हैं। साथ ही निगम में कार्य करते हुए जो कर्मचारी सेवानिवृत हो जाते है उनका दो तीन वर्षाें तक भुगतान नही किया जाता है उन्हें अपनी स्वयं की पूँजी के लिए बार-बार कार्यालयों के चक्कर काटने पड़ते हैं। मुख्य स्वास्थ्य निरीक्षकों ने उन्हें बताया कि निगम में मृतक आश्रितों की फाइलों का निस्तारण शीघ्र नही किया जाता है जिसके कारण बहुत से मृतक आश्रितों को सालों तक नियुक्ति नहीं मिल पाती हैं।
सफाई निरीक्षकों ने उन्हें बताया कि 2018 की सफाई कर्मचारी भर्ती में जिन सफाई कर्मचारियों को नियुक्ति दी गई थी वे सफाई कर्मचारी सफाई का कार्य न करते हुए कार्यालयों में लगे हुए हैं। इन सब समस्याओं को मध्येनजर रखते हुए राज्य सफाई कर्मचारी आयोग के उपाध्यक्ष श्री दीपक डन्डोरिया ने हैरिटेज आयुक्त राजेन्द्र सिंह शेखावत को निर्देश दिये कि जिन भी सेवानिवृत कर्मचारियों का भुगतान निगम प्रशासन द्वारा नहीं किया गया है उनका भुगतान शीध्र ही करवायें
उन्होनें आयुक्त शेखावत को निर्देश दिया कि प्रत्येक जोन के उपायुक्तों व संबंधित अधिकारियों से समीक्षा बैठक कर उन मृतक आश्रितों को शीघ्र नियुक्ति दिलवाई जायें जिनकी फाइलें वर्षों से निगम कार्यालयों में अटकी पड़ी हुई है। उन्होंने कहा कि मृतक आश्रितों का मामला एक गम्भीर विषय है जो भी मृतक आश्रित अपनी फाइलों में गलत तथ्यों व गलत दस्तावेजों के आधार पर नियुक्ति पा़ते है उनके विरूद्ध भी कार्रवाई की जाये ।
उन्होेंने कहा कि जो सफाई कर्मचारी सफाई कर्मचारी पद से जमादार या कार्यवाहक पद के लिए प्रमोशन चाहता है या आगे बढ़ने का अवसर पाना चाहता है तो उसे भी आगे बढ़ने का पूर्ण अवसर प्राप्त होना चाहिये व उसे भी इस पद पर शीघ्र ही नियुक्ति मिलनी चाहिये।
उन्होनें निर्देश दिये कि सफाई कर्मचारी प्रत्येक जोन व वार्डों में लगे हुए है उनका तीन महीने में एक बार हैल्थ चैकअप अनिवार्य रूप से होना चाहिये व डोर-टू-डोर कचरा संग्रहण वाहनों को प्राथमिकता देनी चाहिये जिससे घर-घर से कचरा एकत्रित किया जा सकें।
डंडोरिया ने अधिकारियों को निर्देश दिये कि प्रत्येक सफाई कर्मचारी के लिए सेफ्टी रूल्स का ध्यान का ध्यान रखा जाना आवश्यक होगा। अधिकांश सफाई कर्मचारी सीवर में सफाई करने के दौरान मृत्यु का शिकार हो जाते है। कोई भी सफाई कर्मचारी बिना किसी संसाधन के सीवर में सफाई करने के लिए नहीं उतरेंगे अगर वे सीवर में बिना किसी संसाधनों के सफाई करते पाये गये तो उसके संबंधित अधिकारी के विरूद्ध एफआईआर दर्ज की जायेगी। किसी भी सफाई कर्मचारी द्वारा गंदी गलियों व गंदे इलाकों में बिना किसी संसाधनों के सफाई का कार्य नही किया जायेगा।
उन्होनें आयुक्त शेखावत को यह भी निर्देश दिये की प्रत्येक वार्ड का सर्वे किया जाकर जहाँ शौचालयों की व्यवस्था नहीं है वहाँ शौचालय बनवाये। उन्होनें निर्देश दिये कि जिन भी कर्मचारियों के आरजीएस कार्ड नहीं बने हुए है उनके आरजीएस कार्ड बनवाये जाने के लिए कैम्प लगवायें।
हैरिटेज निगम आयुक्त राजेन्द्र सिंह शेखावत ने बताया की जिन भी सेवानिवृत सफाई कर्मचारियों का भुगतान निगम कार्यालयों में लम्बित पड़ा हुआ है उनका भुगतान शीघ्र ही करवाया जायेगा व प्रत्येक सफाई कर्मचारियों को कार्य करने के लिए जिन भी आवश्यक संसाधनों की आवश्यकता होगी वे भी उन्हें उपलब्ध करवाई जायेगी।
शेखावत ने कहा कि शहर में जो सफाई कर्मचारी काम कर रहे है वे एक प्रकार से हमारे स्वच्छता सैनिक है व उस सैनिक के साथ निगम प्रशासन द्वारा दुव्र्यवहार किया जाना व उनका अपमान किया जाना गलत है। उपायुक्त स्वास्थ्य नूर मोहम्मद ने बताया कि हैरिटेज निगम में सफाई व्यवस्था पहले से काफी सुचारू रूप से संचालित हो रही है व रात्रिकालीन सफाई व्यवस्था में भी हमनें कर्मचारी व हूपर गाडियाँ तैनात कर रखी हैं। बैठक के दौरान उपायुक्त सर्तकता एस के मेहरानियाँ, उपायुक्त श्रीमति सरोज ढाका, एक्सईएन प्रोजेक्ट आशीष गर्ग, मुख्य स्वास्थ्य निरीक्षक, कार्यवाहक निरीक्षक आदि उपस्थित थे।