शैलेश माथुर की रिपोर्ट
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सांभरझील (दूदू)। सांभर में मंगलवार को मेला ग्राउंड पर हजारों लोगों ने रावण दहन मैं भाग लिया। मेला स्थल पर रावण दहन देखने के लिए आसपास से गांवों से भी भारी तादाद में लोग पहुंचे। दशहरा पर्व को लेकर लोगों में जबरदस्त उल्लास देखा गया। मेला ग्राउंड के बाहर चाट पकौड़ी, खेल खिलौने व अनेक सामग्री बेचने वालों की भी अच्छी खासी मौजूदगी रही। पालिका प्रशासन की ओर से ऑर्गेनाइज किए गए इस मेले में पर्याप्त पुलिस व्यवस्था सुनिश्चित की गई। रावण का पुतला हालांकि लोगों के लिए खास आकर्षण नहीं बन सका क्योंकि लोगों का कहना है कि रावण का पुतला हर साल कमजोर होता जा रहा है और रावण के पुतले में जो रूप नजर आना चाहिए था वह भी नहीं दिखा लेकिन इसके बावजूद भी हजारों लोगों ने अपनी उमंगता को बनाए रखा। जैसे ही रावण के पुतले का दहन किया गया कुछ पल में ही थूधूकर पुतला समाप्त हो गया।
मौजूद हजारों लोगों ने प्रभु श्री राम का उद्घोष किया तो समूचा मेला स्थल गूंज उठा। इससे पहले चारभुजा नाथ मंदिर से अनेक वर्षों से जारी परंपरा के अनुसार भगवान चारभुजा नाथ मंदिर से राम जानकी का रथ खींचा गया। मंदिर पुजारी राजेंद्र प्रसाद व्यास व पार्षद गौतम सिंघानिया ने भी रथ को खींचा। निर्धारित रास्तों से हुए भगवान चारभुजा नाथ मंदिर से राम जानकी का रथ मेला स्थल पर पहुंचा जहां पर सैकड़ो लोगों ने प्रतिमा के दर्शन किए तथा आरती में भी भाग लिया। पालिका प्रशासन की ओर से आतिशबाजी कोई खास असर नहीं छोड़ सकी। मेला स्थल पर नवगठित सांभर टेंट एसोसिएशन, फोटोग्राफर, बैंड बाजा, घोड़ी संगठन के अलावा अनेक समाजसेवियों की ओर से भी शीतल जल का इंतजाम किया गया।