चुनिंदा पत्रकारों पर बैन आपातकाल की तरह : जोशी

इस निर्णय को तुरंत वापस ले इंडिया गठबंधन

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जयपुर। भारतीय प्रेस पत्रकार संघ इंडिया गठबंधन द्वारा कुछ पत्रकारों/एंकर्स के शो और कार्यक्रमों में अपने प्रतिनिधि नहीं भेजने के निर्णय की कड़ी आलोचना करता है। गठबंधन की ओर से लिए गए निर्णय से भारतीय प्रेस पत्रकार संघ चिंतित है। इस फैसले ने एक खतरनाक मिसाल कायम की है।

भारतीय प्रेस पत्रकार संघ के अध्यक्ष अभय जोशी ने इस निर्णय को लोकतंत्र के लोकाचार के खिलाफ बताते हुए प्रेस की आजादी पर हमला एवं कुठाराघात बताया है। उन्होंने कहा कि देश की कुछ शीर्ष टीवी समाचार हस्तियों के शो में भाग लेने से विपक्षी गठबंधन के प्रतिनिधियों पर प्रतिबंध लगाना लोकतंत्र के लोकाचार के खिलाफ है।  इस बात को एलानिया प्रचारित करना बेहद अफसोसजनक है।  ये असहिष्णुता का प्रतीक है और मीडिया की स्वतंत्रता को खतरे में डालता है। जोशी ने कहा कि मीडिया पर आपातकाल जैसी किसी भी कार्यवाही या निर्णय को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। ये निर्णय पत्रकारों की अभिव्यक्ति और जुबान पर ताला लगाने जैसा है।  

भारतीय प्रेस पत्रकार संघ ने प्रेस विज्ञप्ति में कहा कि हम विपक्षी गठबंधन से इस फैसले को वापस लेने का आग्रह करते है क्योंकि इस तरह का निर्णय पत्रकारों को डराने-धमकाने और मीडिया की बोलने और अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता को दबाने जैसा होगा। जोशी ने कहा कि आज तो ऐसा निर्णय एक राजनीतिक गठबंधन ने लिया है अगर इसके विपरित ऐसा निर्णय पत्रकारों ने ले लिया तो विभिन्न राजनीतिक दलों के सामने मुश्किल पैदा हो जायेगी। पत्रकार और एंकर जनता के सामने अपनी निष्पक्ष राय रखते है ऐसे में उन्हें किसी विशेष दल या विचारधारा से जोड़कर देखना उनके साथ अन्याय है और इस तरह के अन्याय को सहन नहीं किया जायेगा। भारतीय प्रेस पत्रकार संघ की ओर से पिंक सिटी प्रेस क्लब में इंडिया गठबंधन के निर्णय के खिलाफ शुक्रवार को एक निंदा प्रस्ताव भी पास किया गया।