हिंदी दिवस कविता
लेखक : राजेश कुमार प्रजापत
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हम सब को है हिंदी भाषा का ज्ञान।
जहां कहीं देखो आती है हिंदी नज़र।
मां कि बिंदिया में आती है हिंदी नज़र।
राजस्थानी घेवर में आती है हिंदी नज़र।
आओ हम सब करें हिंदी की पहचान।।
गंगा नदी में आती है हिंदी नज़र।
हिंद महासागर में आती है हिंदी नज़र।
हिमालय पर्वत में आती है हिंदी नज़र।
चैत्र वैशाख महीनों में आती है हिंदी नज़र।
आओ हम सब मिलकर करें हिंदी की पहचान।।
गर्व हमें है हिंदी पर शान हमारी हिंदी है।
कहते सुनते हिंदी हम पहचान हमारी हिंदी है।
हिन्दुस्तान की गौरव गाथा हमारी हिंदी है।
जीवन की परिभाषा हमारी हिंदी है।
आओ हम सब मिलकर करें हिंदी की पहचान।।
सबको करती एक समान हिंदी भाषा बड़ी महान।
सूर के कान्हा गोपिन में मीरा के मोहन में हिंदी।
दादी नानी की कहानी में मां के प्यार में हिंदी।
श्रृंगार करो तो हिंदी में तुम साथ दिखो तो हिंदी।
आओ हम सब मिलकर करें हिंदी की पहचान।।