यूनानी चिकित्सा की समस्याओं के समाधान का प्रयास करेंगे : डॉ. सुभाष गर्ग

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जयपुर। देश में यूनानी चिकित्सा की सेवाओं की जानकारी देने और इस संबंध में हो रही प्रगति की समीक्षा करने के लिए 21वीं सदी में यूनानी चिकित्सा का महत्व और प्रभावकारिता" शीर्षक से दो दिवसीय सम्मेलन इन्द्रा गांधी पंचायत राज संस्थान में आयोजित किया गया। आयुष एवं तकनीकी शिक्षा मंत्री डॉ. सुभाष गर्ग ने विचार व्यक्त करते हुए कहा, मैं यूनानी चिकित्सा के प्रचार-प्रसार में भाग लेने का प्रयास करूंगा और इस उपचार पद्धति में उत्पन्न होने वाली बाधाओं को दूर करूंगा। जेएलएन एजुकेशन कैंपस जयपुर, ऑल इंडिया यूनानी कॉन्फ्रेंस और ऑल इंडिया यूनानी कांग्रेस के सहयोग एवं हमदर्द लेबोरेटरी के सहयोग से आयोजित उक्त कार्यक्रम में देशभर से 700 से अधिक प्रतिनिधियों एवं अतिथियों ने भाग लिया।

जेएलएन कैम्पस के प्रमुख डॉ. आजम बेग ने कार्यक्रम का उद्घाटन करते हुए कहा, राजस्थान के मुख्यमंत्री माननीय अशोक गहलोत एवं तकनीकी शिक्षा मंत्री डॉ. सुभाष गर्ग जी के प्रयासों से राजस्थान यूनानी चिकित्सा के इतिहास में प्रथम स्थान पर है। साथ ही 249 यूनानी डॉक्टरों की नियुक्ति, राजस्थान आयुर्वेद विश्वविद्यालय के तहत यूनानी मेडिकल कॉलेज की स्थापना, भरतपुर में यूनानी उत्कृष्टता केंद्र की मंजूरी और बाड़मेर के बालोतरा कस्बे में सभी सुविधाओं से युक्त 50 बिस्तरों वाले मेडिकल अस्पताल की स्थापना कर राजस्थान को पहला राज्य बनाया दिया गया है जहां पर यूनानी चिकित्सा को उसका अधिकार दिया जा रहा है। देश के विभिन्न राज्यों से आए प्रतिनिधियों और डॉक्टरों ने 51 किलो की माला पहनाकर तकनीकी शिक्षा मंत्री का स्वागत करते हुए राज्य के मुख्यमंत्री को धन्यवाद दिया।

कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए राजस्थान आयुर्वेद विश्वविद्यालय के कुलपति प्रोफेसर पी.के.प्रजापति ने यूनानी चिकित्सा पर राष्ट्रीय स्तर के कार्यक्रम के आयोजकों का उत्साहवर्धन करते हुए कहा, 'आयुर्वेद और होम्योपैथी की तरह इलाज के लिए यूनानी पद्धति बहुत उचित है। सम्मेलन को संबोधित करते हुए जयपुर के विधायक आदर्श नगर और अल्पसंख्यक आयोग के अध्यक्ष रफीक खान ने मुख्यमंत्री और विभाग के मंत्री को धन्यवाद देते हुए कहा कि जब तक हम विधानसभा में हैं, आपके लिए आवाज उठाना हमारी नैतिक जिम्मेदारी है। कॉन्फ्रेंस में हमदर्द लैबोरेटरीज के मोहम्म्मद जुबेर और डॉक्टर शमशाद अली ने पावर प्रेजेंटेशन के माध्यम से अपने विभाग के बारे में जानकारी दी और कहा कि हमदर्द यूनानी चिकित्सा के लिए जाना जाता है और यूनानी चिकित्सा हमदर्द के नाम से प्रसिद्ध है. कॉन्फ्रेंस के आयोजन में हमदर्द ने बड़ी भूमिका निभाई। 

सम्मेलन में भाग लेने वाले अतिथियों में राजस्थान यूनानी विभाग के निदेशक डॉ. फैयाज, आयुष विभाग के ओएसडी डॉ. गिरधर गोपाल शर्मा, ऑल इंडिया यूनानी कांग्रेस के अध्यक्ष डॉ. मुश्ताक अहमद और महासचिव  सैयद अहमद, ऑल इंडिया यूनानी कॉन्फ्रेंस के प्रतिनिधि डॉक्टर शब्बीर अहमद, राजस्थान यूनानी विभाग के नोडल अधिकारी डॉ. आरके शर्मा, सीसीआईएम के पूर्व सदस्य डॉ. अहमद, यूनानी विभाग के ओएसडी डॉ. शौकत अली, अंतरराष्ट्रीय यूनानी पद्धति के अध्यक्ष डॉ. ओबैदुल्ला बेग,  यूनिवर्सिटी यूनानी कॉलेज, राजस्थान यूनानी कॉलेज , राजपूताना यूनानी कॉलेज और जेएलएन कॉलेज के छात्रों और शिक्षकों ने बड़ी संख्या में भाग लिया। प्रबंध समिति के अध्यक्ष डॉ. फरहत चौधरी एवं स्वागत समिति के अध्यक्ष डॉ. मकबूल खान ने सभी अतिथियों का माल्यार्पण किया। अंत में राष्ट्रगान के साथ कार्यक्रम का समापन हुआ।