अब समाज में मिल रहा स्टीविया को सम्मान
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जयपुर। देश को डायबिटीज मुक्त करने के उदेश्य से स्टीविया की खेती व उसके उत्पादों को बढावा देने में सतत प्रयत्नशील सीतापुरा स्थित सनराइज इम्पेक्स की डायरेक्टर संगीता गौड़ को एफएम तड़का ने सम्मानित किया है। पिछले अढाई दशक से भी ज्यादा समय से स्टीविया सहित अन्य औषधीय फसलों की जैविक खेती को बढावा देने के लिए किसानों को प्रशिक्षण दे रही सनराइज एग्रीलैंड डवलपमेंट एंड रिसर्च प्रा. लि., जयपुर की सह कंपनी सनराइज इम्पेक्स की डायरेक्टर संगीता गौड़ को मिले इस सम्मान पर उनके शुभचिंतकों ने बधाई दी है।
सनराइज ग्रुप के डायरेक्टर डॉ. अतुल गुप्ता, हैनिमैन चैरिटेबल मिशन सोसाइटी की सचिव मोनिका गुप्ता ने कहा कि संगीता गौड़ को यह सम्मान मिलना न केवल जयपुर बल्कि प्रदेशवासियों के लिए गौरव की बात है।
आपको बता दें सनराइज एग्रीलैंड डवलपमेंट एंड रिसर्च प्रा.लि. के फाउंडर डॉ. अतुल गुप्ता देश को डायबिटीज मुक्त करने के उदेश्य से साल 1996 से स्टीविया की खेती का प्रशिक्षण देने के कार्य को एक मिशन के रूप में कर रहे हैं। यह सम्मान मिलने पर संगीता गौड़ ने कहा है कि हम आज आज़ाद देश में रहते हैं परंतु अब डायबिटीज जैसी गम्भीर बीमारी से हर व्यक्ति इस बीमारी का गुलाम हो गया है। डाबिटीज जैसी बीमारी की गुलामी से मुक्ति केवल स्टीविया से मिल सकती है।
स्टेविया एक चमत्कारी पौधा है जिसकी पत्तियों में मिठास व जीवन के प्राण बसते हैं। इसके इतिहास के बारे में जानकारी देते हुए संगीता गौड़ ने बताया कि ब्राजील के जंगलों में 1904 में स्टेविया की उत्पति हुई। 1980 में भारत ने इस पर रिसर्च की और डब्ल्यूएचओ ने भी प्रमाणित किया कि स्टेविया रेबूड़ियाना उच्च स्तरीय कृषि व गुणवत्ता के साथ उत्पादित किया जाए तो यह डायबिटीज का एक इलाज है। चीनी से 20 से 30 प्रतिशत मिठास अधिक देने वाला यह पौधा भारत को डायबिटीज से निजात दिला सकता है। यह चीनी नही है मगर मिठास के साथ आपकी बीमारी का इलाज है।