बार एसोसिएशन ने सीएम से सांभर-फुलेरा जिला बनाए जाने की मांग रखी

सांभर उपखंड को दूदू में शामिल करने की मांग का विरोध जताया

शैलेश माथुर की रिपोर्ट 

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सांभरझील। सांभर-फुलेरा संयुक्त जिला बनाए जाने की मांग को लेकर सांभर बार एसोसिएशन के अध्यक्ष हेमराज कुमावत, सचिव निशांत शर्मा के संयुक्त हस्ताक्षर युक्त एक ज्ञापन मुख्यमंत्री के नाम एसडीएम जयंत कुमार चौधरी को सौंपा गया। 

इस मौके पर बार एसोसिएशन के अध्यक्ष कुमावत ने कहा कि कि कुछ चंद लोगों ने अपने निजी स्वार्थ के कारण पड़ोसी विधायक के दबाव में आकर सांभर-फुलेरा जिला बनाने की चली आ रही मांग में व्यवधान पैदा कर अब सांभर-दूदू को शामिल करने की साजिश रची जा रही है, जबकि सांभर खुद उप जिला का दर्जा प्राप्त है एवं राजस्थान का सबसे पुराना उपखंड है, ऐसे में ग्राम पंचायत दूदू जिसे नव जिला घोषित किया गया है में शामिल किये जाने का समिति की ओर से जो मुद्दा उठाया जा रहा है उससे फुलेरा विधानसभा क्षेत्र की जन भावना पूरी तरह से आहत हो रही है। 

खुद मुख्यमंत्री ने आश्वस्त किया था कि सांभर फुलेरा की जनता की भावना को ध्यान में रखते हुए दूदू नवगठित जिले में शामिल नहीं किया जाएगा तो फिर समिति अब सांभर दूदू जिला की मांग क्यों कर रही है। सांभर बार एसोसिएशन एक रजिस्टर्ड समिति है जबकि जिन लोगों की ओर से समिति गठित कर यह मांग की जा रही है वह अनरजिस्टर्ड संस्था है। समिति के सचिव निशांत शर्मा ने कहा कि सांभर फुलेरा की मांग लंबे समय से चली आ रही है और बार एसोसिएशन जन भावना के साथ पूरी तरह खड़ा है। 

पूर्व कोषाध्यक्ष योगेश शुक्ला का कहना है कि देश में कहीं भी ऐसा उदाहरण देखने को नहीं मिल रहा है कि एक उप जिला को ग्राम पंचायत में सम्मिलित करने की मांग उठी हो, समुद्र का नदी में विलय नहीं हो सकता है इसी प्रकार ग्राम पंचायत में उपखंड का भी विलय किया जाने की मांग  करना गैर वाजिब है व न्यायोचित नहीं है। एडवोकेट कानाराम कुमावत एने कहा कि जिन लोगों को क्षेत्र की भौगोलिक व प्रशासनिक जानकारी का अभाव है वे गलत तरीके से मुहिम को प्लेटफार्म पर ले जाकर जनता को गुमराह कर रहे हैं और सांभर फुलेरा जिला बनाने की योजना को कमजोर करने पर तुले हुए हैं। ज्ञापन सौंपने के दौरान अनेक अधिवक्ताओं, अधिवक्ता सहायकों सहित अनेक की मौजूदगी रही।