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मनोहरपुर (जयपुर)। गुरु पूर्णिमा पर कुछ लोगों से वार्तालाप हुई इस पर उन्होंने कहा कि हमारी नज़र में गुरु पूर्णिमा का बहुत बड़ा महत्व हैं इस दिन हम गुरु का आशीर्वाद लेते हैं और गुरु हमारे हक़ में दुआएं करता हैं, जिससे हमारा जीवन अच्छे से संवर जाता हैं।
भामाशाह विमल केशुका ने कहा कि गुरु बिना ज्ञान नहीं ज्ञान बीन आत्मा नहीं, ध्यान ज्ञान धैर्य और कर्म सद्गुरु की देन है। इंद्र कुमार अग्रवाल ने कहा कि हमारे माता पिता ने हमें जीवन दिया लेकिन इसे कैसे जीना है गुरु ने ही बताया हैं। भामाशाह मामराज जांगिड़ ने कहा कि मां है ममता रूपी गुरु, जो सही गलत का पाठ सिखाती है, पिता है संयम रूपी गुरु, जो परिस्थिति से लड़ना सिखाता है, बुजुर्ग है अनुभव रूपी गुरु, जो मुश्किलों का हल बताते हैं, मार्गदर्शक है आस रूपी गुरु, जो सफलता का विश्वास जगाते हैं।
भामाशाह भारत जाला, मनोहरपुर व्यापार मण्डल के अध्यक्ष महेंद्र गुर्जर, पूर्व अध्यक्ष डी के सोनी, श्याम बाबा के दीवाने प्रमोद जिंदल, किशन जिंदल, मनीष बिदारवाला ग्राम विकास अधिकारी ओम चौधरी, ग्राम विकास अधिकारी शंकरलाल डोडवाडिया ग्राम विकास अधिकारी विजय घोसल्या, ग्राम विकास अधिकारी रेवड राम ने कहा कि गुरु मनुष्य के अज्ञान को दूर कर ज्ञान का आलोक फैलता हैं, गुरु सत मार्ग चलता हैं व्यक्तित्व विकास के लिए जो जो सद्गुण आवश्यक हैं वे सभी गुरु ही सिखाता हैं।