योग, मन, शरीर और आत्मा की एकता को सक्षम बनाता है : मीणा

जाफ़र लोहानी

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मनोहरपुर (जयपुर)। पूर्व डीजीपी गोपाल लाल मीणा ने योग के सामान्य नियमों की जानकारी देते हुए सभी को ताड़ासन वृक्षासन अर्ध चक्रासन त्रिकोणासन सर्वांगासन भुजंगासन मकरासन उत्तानपादासन सहज तरीके से अपने अपने शरीर की स्थिति और सामर्थ्य के अनुसार करने पर बल दिया यह शब्द मीणा ने एक विशेष भेंट के दौरान में कहे। 

मीणा ने बताया कि सुबह खाली पेट क्षारीय भोजन करना चाहिए क्षारीय अधिकतम लौकी में हरी सब्जियों में अंकुरित फलों में भरपूर मिलता है डायबिटीज वालों लोगो को लोकी, करेले, टमाटर, खीरा का जूस पीना चाहिए उसके साथ-साथ मंडूकासन, शशांक आसन, हलासन, भुजंगासन, धनुरासन और प्राणायाम अनुलोम विलोम कपालभाति ब्राह्मरी शीतली शीतकारी करना सभी के लिए लाभदायक है। ऐसे लोग जो बीपी से ग्रसित हैं वह सुबह खाली पेट भुने हुए पदार्थों का सेवन नहीं करें। 

उच्च रक्तचाप वालो को शीतली शीतकारी, उज्जाई प्राणायाम करना चाहिए शिविर में योग गुरु ने बताया कि जो भी व्यक्ति प्रसन्न मुद्रा में शांत चित्त से पूर्ण विधि पूरे निश्चित समय और रेगुलर श्रद्धा विश्वास के साथ योग करता है उसको योग का फल शीघ्र मिलता है। 

मीणा ने कहा कि परिवार समाज और राष्ट्र की रीढ़ हमारे बालक हैं उन सब को योग से जोड़ने पर उनका सर्वांगीण विकास निश्चित ही संभव है योग हमारे ऋषि-मुनियों की प्राचीन खोज है जिसके माध्यम से संसार शांति और सामंजस्य के साथ रह सकता है अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस 21 जून को मनाया जाएगा इससे पहले विभिन्न जगह योग शिविरों का आयोजन कर योग्य प्रचार प्रसार करना जो के मिलने वाले लाभों को बताना योग का परम उद्देश्य है।