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टोंक। जिस प्रकार की प्रकृति हमारे बुजुर्गों ने हमें प्रदान की है, अब यह हमारी नैतिक जिम्मेदारी है कि हम आने वाली पीढ़ी को उससे बेहतर बनाकर दे। उक्त उद्गार नेहरू युवा केंद्र टोंक के जिला युवा अधिकारी हितेश कुमार ने, प्रजापिता ब्रह्माकुमारी ईश्वरीय विश्व विद्यालय एवं नेहरू युवा केंद्र के संयुक्त तत्वाधान में आयोजित विश्व पर्यावरण दिवस के कार्यक्रम में बोल रहे थे। उन्होंने उड़ीसा में हुई ट्रेन दुर्घटना के प्रति दो मिनट का मौन करा कर अपने वक्तव्य की शुरुआत की उन्होंने पर्यावरण एवं जल संरक्षण के बारे में बताते हुए, मिशन लाईफ की प्रदर्शनी लगाकर मोटे अनाज के प्रति जागरूक किया और कहा कि यह वर्ष मोटे अनाज का है स्वस्थ रहने के लिए भोजन में मोटे अनाज रूपी शुद्ध एवं सात्विक आहार को शामिल करना चाहिए।
कार्यक्रम में सेवा केंद्र प्रभारी ब्रम्हाकुमारी अपर्णा दीदी ने आए हुए सभी मेहमानों का स्वागत सत्कार करते हुए कहा की प्रकृति हमारी मां है, वह न सिर्फ पालना करती है बल्कि वह सब कुछ देती हैं जो हमें जीवन जीने के लिए चाहिए। अब हमारा कर्तव्य है की हम प्रकृति का दोहन, शोषण ना कर इनकी सुरक्षा करें, प्रदूषित होने से बचाए। उन्होंने कहा कि राजयोग के अभ्यास द्वारा हम प्रकृति के पांचों तत्वों को शुद्ध व पवित्र वाइब्रेशन देखकर सतोप्रधान बना सकते हैं
कार्यक्रम में कृषि विभाग टोंक के संयुक्त निदेशक के के मंगल ने कहा पानी का बहुत बड़ा हिस्सा लगभग 90% हम कृषि कार्य के लिए उपयोग में करते हैं वहां पर पानी व्यर्थ छोड़ने से फसलों को भी नुकसान पहुंचाता है और पानी भी व्यर्थ होता है। हमें पानी की बूंद बूंद को बचाना क्योंकि पानी को बना नहीं सकते पर बचा तो सकते हे। हम अपने घरों की छत के पानी इकट्ठा कर बाद में सब्जियों आदि में देकर इसका सदुपयोग कर सकते हैं
कार्यक्रम में अजीम प्रेमजी फाउंडेशन के प्रभारी देवेंद्र जोशी ने कहा कि प्रकृति से हम सभी को प्यार है इसलिए हम आर्टिफिशियल पौधे अथवा पंछी न लाकर घर में पेड़ पौधे लगाए। पाश्चात्य संस्कृति को कॉपी ना करें। फास्ट फूड जंक फूड आदि को छोड़कर मोटे अनाज को अपनाएं और स्वस्थ रहें।
कार्यक्रम में बाल अधिकारिता विभाग के उपनिदेशक नवल खान ने पर्यावरण के प्रति अपने विचार रखते हुए कहा कि खेतों की मेड पर पौधे लगाकर खेतों से बनने वाले व्यर्थ पानी का सदुपयोग कर सकते हैं।
कार्यक्रम में ब्रम्हाकुमारी ऋतु दीदी ने मंच संचालन करते हुए ब्रह्माकुमारीज़ संस्थान द्वारा चलाए जा रहे जल जन अभियान एवं कल्पतरुह अभियान की विस्तृत जानकारी दी और उनके उद्देश्य को बताया तथा साथ ही पर्यावरण एवं जल संरक्षण के लिए सभी को प्रतिज्ञा करवाई। कार्यक्रम के अंत में सभी ने पौधे लगाए इस मौके पर ब्रह्माकुमारी संस्थान से जुड़े भाई-बहन एवं नेहरू युवा केंद्र के वॉलिंटियर, लेखाकार तुलसीराम मीना, युवा और शहर के गणमान्य नागरिक मौजूद रहें।
एम.बी. कृषि महाविद्यालय से छात्र-छात्राओं को विश्व मिल्क दिवस के अवसर पर सरस डेयरी उत्पादन मालपुरा में प्रशिक्षण के लिए भेजा गया जिसे महाविद्यालय के प्राचार्य डॉ. गुनजीत कौर ने हरी झण्ड़ी दिखाकर रवाना किया। प्रशिक्षण के सचालक सलमान मो, व डॉ. अमित कुमार ने प्रशिक्षण केन्द्र पर डेयरी उत्पादन व दुग्ध से बनने वाली सभी वस्तुएओं की जानकारी से अवगत कराया और दुग्ध से मिलने वाली गुणवता के बारे मे बताया डेयरी उत्पादन के संचालक एस.डी. खान ने भी छात्र-छात्राओं को डेयरी बुथ पर दुग्ध उत्पादन से उत्पन्न होने वाली जानकारियों से अवगत कराया और छात्र-छात्राओं ने भी बढ़-चढकर उत्साह के साथ जानकारी प्राप्त की और डेयरी बुथ पर दुग्ध प्लांट का भी अवलोकन किया इस मौके पर डेयरी बुथ पर सभी स्टाफ साथियों ने दुग्ध उत्पादन की जानकारियों से अवगत कराया।