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सांभरझील। रमजान माह की मानी जाने वाली सबसे पवित्र रात शब ए कद्र (लेलतुल कद्र) पर यहां की सभी मस्जिदों में मुस्लिम भाइयों की ओर से खास इबादत की गई। देश में अमन चैन व सभी की खुशहाली और तरक्की के लिए भी दुआ मांगी गई। इस अवसर पर शहर की मस्जिदों को सजावट व रोशनी से सरोबार किया गया। शाही मस्जिद इमाम चौक पेश इमाम सैफुल्लाह खान ने तकरीर के दौरान बताया कि रमज़ान माह की सबसे पवित्र रात लैलतुल कद्र जिसे शब ए कद्र भी कहा जाता है इस रात को जितनी इबादत की जाए उतनी कम है। इस दौरान दरमियानी रात को पूरी रात मुस्लिम समुदाय के लोगों ने मस्जिदों में जागकर इबादत की।
शबे कद्र की रात को मस्जिदों में इबादत कर अपने गुनाहों की माफ़ी और अपने मुल्क हिंदुस्तान में अमन-चैन और खुशहाली की दुआएं मांगी गई। शबे कद्र के दिन रोज़े, इबादत, ज़कात और सदका (दान) देने का विशेष महत्व है। वहीं दूसरी तरफ अब्दुल हमीद कादिर ने बताया कि इस रात को सबसे अफजल यानी सबसे अच्छी रात माना गया हैं। यह रात सामान्य रातों से हजार गुना बेहतर बताई गई है। इस रात में रोजे के महीने में विशेष नमाज ( तराबी) में पूरा कुरान पढ़ कर समाप्त किया जाता हैं और रोजा की अलविदा करते है।
इस अवसर पर शहर की विभिन्न मस्जिद के इमाम को माला व साफा पहनाकर नजराना पेश किया गया। इस दौरान दरगाह इमाम गयरूल हसन उस्मानी, अंजुमन हुसामियां इस्लामियां कमेटी के सदर सलाम शेख, नासिर शेख, एडवोकेट अत्ताउल्लाह खान, निसार बैग, सरफराजुल्लाह खान,इमरान शेख, ताहिर, नौशाद शेख, मुस्तकीम भाटी, जावेद शेख, फरहान बैग, रेहान बैग, फरदीन शेख, सोहिल, फरदीन, सहित अनेक मुस्लिम भाइयों की मौजूदगी रही।