रमजान का प्रथम रोजा और पहला जुम्मा होने से रोजेदारों में डबल खुशी

मो फ़रमान पठान

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मनोहरपुर (जयपुर)। रमजानुल मुबारक के पवित्र माह के शुरू होते ही मस्जिदों में रोजेदारों की चहल पहल दिखाई देने लगी हैं रोजो की शुरुआत जुम्मे से होने पर अधिक उत्साह दिखाई दिया हैं! डेड बजे बाद में रोजेदारों ने प्रथम रोजे की नमाज अदा करके ख़ुशहाली की दुआएं मांगी हैं। 

सेहरी के लिए जगाने वाले लोगों ने "सेहरी करलो" की आवाज को बुलंद किया जैसे ही ये आवाज गूँजी वैसे ही रोजेदार अपने-अपने बिस्तरों से निकलकर सेहरी की तैयारियों में जुट गए, इधर प्रातःकाल 5 बजकर 1 मिनट पर जैसे ही सेहरी ख़त्म होने की आवाज़ गूँजी वैसे ही रोज़ेदारों ने सेहरी से फ़ारिग होकर रोजे रखने की नीयत बांधी व नमाज़ अदा करने के लिए मस्ज़िद में चले गए नमाज़ अदा करने के बाद में सलाम "या नबी अस्लामु अलैका" पढ़ा गया। 

रमजानुल मुबारक महीने के प्रथम जुम्मे को मस्जिदों में नमाजियों की भीड़ अत्यधिक दिखाई दी पेश ईमाम द्वारा रोजे के फायदे के बारे में बताते हुए ख़ुदा के हुकम व मोहम्मद (सअवस) के तरीके पर जीवन यापन के लिए कहा गया। 

शाम को रोज़ेदारों ने रोजा खोलने के लिए फ़लो कि ख़रीददारी के लिए सब्जीमंडी में निकल गए।  शाम को जैसे ही रोजा इफ्तयार का वक़्त हुआ सभी रोजेदारों ने देश, प्रदेश एवं कस्बे की खुशहाली की दुआएं मांगते हुए रोजा खोला।