सांभरझील में पानी की कमी से विदेशी पक्षियों की संख्या में कमी आई

एडब्ल्यूसी ने वार्षिक जनगणना में किया खुलासा

शैलेश माथुर की रिपोर्ट 

www.daylife.page 

सांभरझील (जयपुर)। एशियन वाटर वर्ल्ड सेंसस 2023 ओआरजीडी की ओर से सांभर झील के नागौर डिवीजन क्षेत्र में वेटलैंड क्षेत्र के लगातार बनी रहे सूखेपन के कारण पक्षियों की संख्या में आ रही कमी पर गहरी चिंता व्यक्त की है। इकोलॉजिस्ट ए डब्ल्यू सी दिल्ली स्टेट कोआर्डिनेटर वेटलैंड्स इंटरनेशनल पीके रॉय ने बताया कि झील तेजी से नमकीन पानी का लगातार हो रहा जल दोहन इसका प्रमुख कारण है। 

अच्छी बारिश होने के बाद भी यहां का ग्रेटर फ्लैमिंगो की संख्या केवल 46 ही आई है, जबकि प्रवासी पक्षी केवल 10 प्रजाति के ही मिले हैं जो पक्षी प्रेमियों के लिए काफी चिंता का विषय है। सांभर झील में बुधवार पक्षियों की गणना में 16 प्रजातियों के सबसे कम 388 जल पक्षी ही रिकॉर्ड हुआ है। कार्यक्रम का आयोजन सांभर झील नागौर संभाग में स्थानीय वन प्रभाग नागौर के सहयोग से किया गया। राजस्थान के केंद्रीय विश्वविद्यालय की पर्यावरण विज्ञान विभाग के स्वयंसेवकों ने इसमें अपना योगदान दिया। शीतकालीन सत्र के दौरान प्रवासी जल पक्षी रूस और साइबेरियाई क्षेत्र सहित सुदूर मध्य एशिया उत्तरी एशिया से भारत में हर वर्ष प्रवास करने आते हैं। उन्होंने बताया कि  जयपुर डिवीजन मैं आने वाली सांभर झील के झपोक आदि क्षेत्रों में बुधवार को दौरा किया जाएगा।