किशनगढ़ में पहुंचा आंगनवाड़ी महिला कर्मियों का पैदल जत्था

आर. एन. पारीक की रिपोर्ट 

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घड़साना। अखिल राजस्थान महिला एवं बाल विकास संयुक्त कर्मचारी संघ एकीकृत की प्रदेशाध्यक्ष मधुबाला शर्मा ने दूरभाष पर बताया कि राजस्थान सरकार को आंगनबाड़ी महिलाओं की समस्याओं से सरकार को जागृत करने के लिए 6 जनवरी 2023 को जोधपुर से पैदल रवाना हुआ। पैदल चलने वाली महिलाओं का जगह-जगह स्वागत किया जा रहा है। 

पैदल जथा किशनगढ़ पहुंच जहां स्थानीय आंगनबाड़ी महिलाओं द्वारा पैदल चलने वाली महिलाओं का फूल माला पहनाकर जोरदार स्वागत किया गया प्रदेशाध्यक्ष मधुबाला शर्मा ने बताया कि शनिवार रात्रि को किशनगढ़ में हीं विश्राम किया जाएगा।15 जनवरी रविवार को प्रातः 8:00 बजे बंदर सिंदरी के लिए रवाना हुए एवं बंदर सिंदरी में विश्राम किया। प्रदेशाध्यक्ष शर्मा ने बताया कि सरकार द्वारा मांगे पूरी नहीं करने से आंगनवाड़ी महिलाओं को मजबूर होकर सड़क पर उतरना पड़ा इस कड़ाके की सर्दी में महिलाएं अपनी मांगे मनवाने के लिए जयपुर रवाना हुई है। 

चुनाव से पहले मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने 2018 में चुनावी घोषणा पत्र पैरा नंबर 25 में बिंदु संख्या 5 में आंगनबाड़ी कर्मियों को स्थाई करने का वादा किया था जो अभी तक पूरा नहीं हुआ उस वादे को पूरा किया जाए व महिलाओं को स्थाई किया जाए। आंगनबाड़ी कर्मियों से 6 से लेकर 8 घंटे तक काम लिया जाता है। परंतु सरकार के रिकॉर्ड के अनुसार समय सिर्फ 4 घंटे ही होता है जिसको 6 घंटे किया जाए नई राष्ट्रीय शिक्षा नीति में आंगनबाड़ी कर्मियों योगिता व वरीयता के आधार पर लिया जावे। ए

नटीटी की भर्ती में आंगनबाड़ी महिलाओं को ही लिया जावे सेवानिवृत्ति होने पर एक मुश्त राशि व पेंशन दी जावे। आंगनवाड़ी महिला कोटे से महिला पर्यवेक्षक की भर्ती शीघ्र निकाली जाए महिला कर्मियों की श्रेणी बनाई जावे जिसमें कुशल अर्ध कुशल एवं कुशलता के आधार पर वरीयता दी जावे। पैदल यात्रा करने वाली महिला कर्मी सोना चौधरी, पार्वती मानेरिया, मुन्ना कवर, रिंकू शर्मा, मंजू गोस्वामी, ग्राम साथिन मंजू जाट, प्रेमलता, तरुणा, सहित अनेक महिलाएं यात्रा में साथ चल रही है।