सांभरझील में बारिश के कारण नमक उत्पादन पर फिरा पानी

श्रमिक हुए एक माह के लिए बेरोजगार....

शैलेश माथुर की रिपोर्ट 

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सांभरझील (जयपुर)। प्रदेश की सबसे बड़ी खारे पानी की लवणीय सांभर झील की नमक औद्योगिक ईकाईयो में हुई तेज बारिश से एक बार फिर नमक उत्पादन बंद हो गया है। हर वर्ष नमक उत्पादन इकाइयों में नवम्बर से नमक का उत्पादन शुरू हो जाता है इस वर्ष भी नवम्बर के बाद नमक उत्पादन कार्य शुरू हो गया। लेकिन दो माह के अंतराल में पहली बार जनवरी माह के अंत में बारिश के कारण नमक का उत्पादन एक माह तक बंद हो गया। 

जिससे यहा काम करने वाले स्थानीय तथा दुसरे राज्यो से आए हजारो श्रमिक बेरोजगार हो गए। बताया गया कि बाहर से आए लोग अब यहा काम धंधा नही होने से अपने अपने गांवो को लोट रहे है एक माह बाद फिर से मध्यप्रदेश सहित कई पड़ोसी राज्य के लोग यहा काम शुरू होने पर ही आ पाएंगे। रविवार को लगातार चौबीस घंटे से बारिश होने के बाद क्यारियों में बरसात का मीठा पानी एकत्रित हो जाने के चलते अब आगामी तीस दिनों तक नमक का उत्पादन नहीं हो सकेगा। 

उल्लेखनीय है कि क्षेत्र में नवम्बर से नमक कार्य शुरू होने के लगभग दो माह तक बाद मौसम अनुकूल रहा। जिसे शीत ऋतु में करीब पचास प्रतिशत नमक उत्पादन हो गया है। हालांकि नमक उत्पादन ईकाइयो में अवैध वोरवेल और अतिक्रमण की कार्रवाई से भी नमक उत्पादन प्रभावित हुआ है। बारिश होने से सांभर झील के रास्तों में भी अब कीचड़ हो जाने से ट्रैक्टरों की आवाजाही नहीं हो सकेगी। जिससे आगामी कई दिनों तक नमक उत्पादन पूरी तरह से प्रभावित रहेगा।  क्यारियों में मीठा पानी भर जाने के चलते करीब 15 दिन पहले शुरू हुआ नमक उत्पादन एक बार फिर चौपट हो गया है। नमक उत्पादकों ने बताया कि अब आगामी तीस दिनों तक नमक का उत्पादन नहीं होगा। आगामी दिनों में चटक धूप रहने के बाद ही नमक उत्पादन हो सकेगा। कही कही कई क्यारियों में पड़ा नमक भी वर्षा के मीठे पानी से गल गया है।