जयपुर। सरकार ने पर्यटन क्षेत्र से जुड़े होटल व्यवसाय पर जिस तरह से नए कर लगाने का प्रस्ताव तैयार किया है। यह पर्यटन सेक्टर के लिए बहुत ही चिंताजनक है। पर्यटन सेक्टर कोरोना काल में सबसे ज्यादा प्रभावित हुआ, कोरोना के संकट से अभी तक पर्यटन उद्योग बाहर भी नहीं निकला है कि सरकार नए टैक्स लगाकर इस सेक्टर को मुसीबत में डालने का प्रयास कर रही है।
होटल एसोसिएशन के वरिष्ठ उपाध्यक्ष हुसैन खान ने कहा कि सरकार ने पर्यटन को उद्योग का दर्जा देकर इस सेक्टर को मंदी से उबारने के लिए प्रयास करने की बात कही थी। उद्योग का दर्जा मिलने के लिए जिस तरीके के कड़े नियम और कायदे सरकार द्वारा बनाए गए है, इससे इस सेक्टर से जुड़े व्यवसायियों द्वारा नियम और कायदों की पूर्ति करना संभव ना होने के कारण उद्योग का दर्जा अभी तक केवल 15 परसेंट से ज्यादा सेक्टर को नहीं मिला है। नए टैक्स लागू होंगे तो कमरा किराया भी महंगा होगा और पर्यटन क्षेत्र पर विपरीत प्रभाव पड़ेगा यह बताते हुए उन्होंने कहा कि अगर सरकार अपनी हठधर्मिता पर रही और इस नियम को लागू करने का प्रयास किया तो राजस्थान के 12000 होटल व्यवसायियों को आंदोलन करने के लिए मजबूर होना पड़ेगा।