आइस्पैल इंडिया के बैनर तले
जयपुर। 'आजादी के अमृत महोत्सव' पर देशभक्ति के जोश और जज्बे से ओत-प्रोत एक काव्यमयी शाम इंडियन सोसाइटी फॉर प्रमोशन ऑफ इंग्लिश लैंग्वेज एंड लिटरेचर (आइस्पैल इंडिया) के मंच पर मनाई गई और काव्य पठन का एक अत्यधिक उत्कृष्ट कार्यक्रम आयोजित किया गया।
डॉ. शालिनी यादव, प्रोफेसर, अंग्रेजी विभाग, कॉम्प्यूकॉम इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी एंड मैनेजमेंट, जयपुर ने कार्यक्रम संचालक के रूप में इस स्पेशल संडे साहित्यिक सतसंग की वर्चुअल तरीके से जूम प्लेटफार्म पर चार बजे बेहतरीन शुरूआत की और आइस्पैल इंडिया के अब तक के शताब्दिक साहित्यिक सत्संग के सफल सफर और अन्य उपलब्धियों से संक्षिप्त में अतिथिगणों को वाकिफ करवाया।
तत्पश्चात् काव्य सम्मेलन को आगे बढाते हुए डाॅ यादव ने सभी सम्मानीय कवियों और विद्वान साथियों का मंच पर हार्दिक स्वागत किया। उन्होनें एक एक कर कवियों का परिचय देते हुए उन्हे मंच पर अपनी अद्भूत कविताएं सुनाने के लिए आमंत्रित किया।
कवि प्रसन्ना कुमार, अनीता गहलोत, सई प्रकाश, नसरीन हमज़ा अली, डाॅ. सतीश सी श्रीवास्तव, पंखुरी सिन्हा, मिसना चानू, डाॅ. फिरोज खान, डाॅ मोली जोसेफ, डाॅ. जनथा रामानाथन, डाॅ उपमा पारीक और बाछेवाल श्रीनिवास ने भारत के प्रति देशप्रेम, ऐतिहासिक स्मारकों और घटनाओं इत्यादि पर आधारित अपनी कविताओं का विशिष्ट रूप से पठन किया जिसमें देश के प्रति समर्पण, सवेंदनशीलता और जागरूकता अहम रूप से नजर आई। सभी कवियों ने अपनी हिन्दी, अंग्रेजी और उर्दू की सुंदर रचनाओं से श्रोतागणों को मंत्रमुग्ध कर दिया।
डाॅ. जी ए घनश्याम, फाउंडर और जनरल सैकट्ररी, आइस्पैल और प्रोफेसर आफ इंगलिश, डायरेक्टरेट ऑफ हायर एजुकेशन, रायपुर, छतीसगढ ने सादर आभार जताते हुए सभी प्रबुद्ध कवियों को सर्टिफ़िकेट देकर सम्मानित किया और अतिविशिष्ट आशावादी पंक्तियां सुनाई।
प्रमोद ढींगले, आइटी कोर्डिनेटर, आइस्पैल इंडिया और असिंटटेंट प्रोफेसर, अंग्रेजी विभाग, मुम्बई, महाराष्ट्र के विशेष सहयोग से कार्यक्रम का सफलतापूर्वक समापन हुआ। अंततः डाॅ शालिनी ने तहेदिल से सभी साहित्य प्रेमियों को प्रस्तुति और उपस्थिति के लिए धन्यवाद ज्ञापित किया। इस प्रोग्राम को यू ट्यूब पर लाइव दिखाया गया और भव्यता से कार्यक्रम का समापन किया गया।