माँ सरस्वती की कृपा व माता पिता के आशीर्वाद का एक और शुभ फलित मिला
जयपुर। मैंने दमकते लम्हे कथा संकलन के पुस्तक विमोचन समारोह का संचालन किया। जिसकी उपस्थिति सभी लोगों ने अथक प्रशंसा व सराहना की। जिसमें मेरी कहानी स्टेटस को भी स्थान मिला। यह कहना है साहित्यकार, कवयित्री विजय लक्ष्मी जांगिड़ का। इस कार्यक्रम के अध्यक्ष डॉक्टर अखिल शुक्ला द्वारा विजया की कहानी की भूरी-भूरी प्रशंसा की व उसे वर्तमान में दोहरी मानसिकता पर करारा व्यंग्य बताया।
मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के विशेषाधिकारी फारुख अफरीदी के कर कमलों से शॉल ओढ़ाकर व स्मृति चिह्न देकर सम्मानित भी किया। इस अवसर पर जयपुर के कई प्रतिष्ठित व्यक्ति उपस्थित रहे। जिनमें संयुक्त निदेशक सँस्कृत विभाग शालिनी सक्सेना जी कार्यक्रम की मुख्य अतिथि, जयपुर दूरदर्शन के पूर्व निदेशक नन्द भारद्वाज व आईएएस टीकम अनजना, लेखिका साहित्य संस्थान की अध्यक्षा श्रीमति जयश्री शर्मा आदि उल्लेखनीय हैं। यह कार्यक्रम सम्पर्क संस्थान के द्वारा भव्यतापूर्वक आयोजित किया गया। जिसमें देश विदेश से कई लोग, साहित्यकार शामिल हुए। अनिल लड्ढा व रेनू शब्द मुखर का बहुत बहुत आभार मुझे अवसर व सम्मान देने के लिए।