एजुकेट गर्ल्स ने आयोजित किया संवाद 2022 समारोह

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मध्य प्रदेश।  बालिका शिक्षा के माध्यम से समाज में लिंग और साक्षरता के अंतर को कम करने के लिए राजस्थान, मध्य प्रदेश और उत्तर प्रदेश के गांवों में कार्यरत गैर-लाभकारी संस्था एजुकेट गर्ल्स ने अपने  20,000  से अधिक टीम बालिका स्वयंसेवकों के लिए विश्व युवा कौशल दिवस पर संवाद 2022 समारोह का आयोजन किया था। संस्था के टीम बालिका स्वयंसेवकों नेग्रामीण गांवों की बालिकाओं को शिक्षित करने में असाधारण भूमिका निभाई है।

‘मेरा गाँव, मेरी समस्या और मैं ही समाधान’ सिद्धांत पर टीम बालिकाएं गांव-गांव में बालिका शिक्षा की लिए कार्य करती है। टीम बालिका संस्था के मूल्यों और मिशन को अन्य हितधारकों तक पहुँचाने और जमीनी स्तर पर बालिकाओं की शिक्षा के लिए कार्य करने के लिए अहम भूमिका निभाती हैं।  

संवाद 2022 में समारोह में टीम बालिकाओं ने अपने अनुभव तथा उनके द्वारा जमीनी स्तर पर किए गए कार्यों के बारे में संस्था के कार्मिकों तथा पार्टनर्स से विस्तार में चर्चा की।  टीम बालिकाओं  को अपने कौशल बढ़ाने के लिए प्रशिक्षण की आवश्यकता होती है जो एजुकेट गर्ल्स संस्था अन्य संस्थाओं के साथ मिलकर आयोजित करती है। संवाद 2022 समारोह में कृषि विज्ञान केंद्र, लीड अकादमी इन संस्थाओं के साथ डिजिटल एम्पावरमेंट फाउंडेशन, शीरोज और प्रथम इन संस्थाओं ने पहली बार पार्टनर के रूप में भाग लिया। 

मध्य प्रदेश के बड़वानी जिले से टीम बालिका लोकेन्द्र धनगर ने बताया,  मैं अपने गांव के एक प्राइवेट स्कूल में शिक्षक था। कोरोना महामारी के रहते जब स्कूल बंद हुए, तो मेरी नौकरी भी चली गई। मैं बेरोजगार हो गया था,  जीवन यापन करना कठिन हो गया था। ऐसे वक़्त में संस्था ने मुझे लघु उद्योग का प्रशिक्षण दिलाया। अब में अचार, अदरक तथा लहसुन का पाउडर और पापड़ का उपद्योग अपने घर से ही चलाता हूँ। ये सब संस्था की वजह से संभव हो सका।

शीरोज संस्था के हेड - बिजनेस ऑपरेशन, सुश्री तुलिका ने बताया, एजुकेट गर्ल्स के जो भी टीम बालिका साथी अपना खुद का व्यापार स्थापित करना चाहते हैं, हम उनकी मदद करेंगे। उन्हें डिजिटल मार्केटिंग, प्रोडक्ट सिलेक्शन, मार्केटिंग तथा व्यापार शुरू करने के लिए लोन जैसी आवश्यक सुविधाएं  उपलब्ध कराएंगे।

एजुकेट गर्ल्स की संस्थापिका सफीना हुसैन ने टीम बालिकाओं को संबोधित करते हुए कहा, हमारा मिशन है बालिकाओं को शिक्षा से जोड़ना, जिसमें सभी टीम बालिकाएं  ( स्वयंसेवक) अहम भूमिका निभा रहे हैं। मैं बहुत प्रभावित हुई हूँ, ये देखकर कि टीम बालिकाओं के लिए आयोजित संवाद समारोह का पूरा संचालन भी कुछ टीम बालिकाओं द्वारा किया गया । समारोह में तीनों राज्यों की टीम बालिकाओं ने बेहतरीन कौशल और आत्मविश्वास का परिचय दिया । इस समारोह ने मुझे स्वयं सेवाओं की शक्ति को एक बार फिर से याद दिलाया, जिसका अनुभव मैंने अपनी शुरुआती सफर में किया था।

एजुकेट गर्ल्स के सीओओ महर्षि वैष्णव ने बताया, कोरोना के मुश्किल वक़्त में भी हमारी टीम बालिका स्वयंसेवक पीछे नहीं हटे और बच्चों को शिक्षा से जोड़ते रहे। आज संस्था ने जो कुछ मुकाम हासिल किया है इसमें टीम बालिकाओं की भूमिका अहम रही है। आने वाले वक़्त में भी हम टीम बालिकाओं के लिए विभिन्न पार्टनर्स की मदद से अच्छे अच्छे प्रशिक्षण करवाते रहेंगे। ऑनलाइन आयोजित इस समारोह में 2000 से ज्यादा टीम बालिका शामिल हुई।