भरतपुर। विश्व की अग्रणी फार्मा कंपनियों में से एक, लुपिन लिमिटेड (लुपिन) की कॉरपोरेट सोशल रिस्पांसिबिलिटी (सीएसआर) शाखा, लुपिन ह्यूमन वेलफेयर एंड रिसर्च फाउंडेशन (एलएचडब्ल्यूआरएफ), ने 3 दशकों से अधिक समय से भरतपुर और अलवर में परिवारों के लिए सामाजिक और आर्थिक कल्याण की गतिविधियों का संचालन किया है। खास तौर पर, फाउंडेशन ने स्वयं सहायता समूहों (एसएचजी) और समुदाय-आधारित संगठनों (सीबीओ) के ज़रिये स्थानीय वैल्यू चेंस को मजबूती प्रदान करने और सामुदायिक नेतृत्व वाले विकास को बढ़ावा देने का प्रयास किया है।
भरतपुर और अलवर लुपिन फाउंडेशन के गतिविधियों के केंद्र हैं। फाउंडेशन की कुछ पहलों में मधुमक्खी पालन, बागवानी क्लस्टर और गैर-कृषि व्यवसाय के आजीविका केंद्र (जैसे, तुलसी माला, पत्थर की नक्काशी, रत्न पॉलिशिंग, मिट्टी के बर्तन और चूड़ी बनाना) शामिल हैं।
लुपिन फाउंडेशन अब आजीविका (लाइवलीहुड्स) और स्वास्थ्य(लाइव्स) समान रूप से ध्यान केंद्रित करने जा रहा है। आजीविका कार्यक्रम का संचालन करते हुए, फाउंडेशन गहन दृष्टिकोण लेकर काम करना जारी रखेगा ताकि भरतपुर और अलवर के चुनिंदा ब्लॉकों में भूमिहीन, कारीगरों, छोटे और सीमांत किसानों के लिए स्थायी आजीविका समाधान प्रदान करने का कार्य कर सके। वंचित परिवारों के स्वास्थ्य में सुधार करने के लिए, फाउंडेशन के लाइफ/हेल्थकेयर प्रोग्रामहेल्थकेयर सिस्टम को मजबूत करते हुए स्वास्थ्य परिणामों को बेहतर बनाएंगे और जीवन की गुणवत्ता में सुधार लाने का प्रयास करेंगे। पहचाने गए राष्ट्रीय महत्व के क्षेत्रों के आधार पर, फाउंडेशन का प्रारंभिक रूप से हृदय और दीर्घकालीन सांस की बीमारियों (सीओपीडी) पर अपना ध्यान केंद्रित करेगा।
श्रीमती तुषारा शंकर, हेड - कॉर्पोरेट सोशल रिस्पांसिबिलिटी, लुपिन ने कहा कि "वास्तविक दुनिया की समस्याओं को हल करने के लिए प्रतिबद्धता एवं नजरिये की जरूरत पड़ती है और लुपिन फाउंडेशन 1988 सेविभिन्न क्षेत्रोंमेंमहत्वपूर्णविकासकेलिएगुणवत्तापूर्णकार्य परध्यानकेंद्रितकररहाहै जैसे ग्रामीण उत्थान, जल एवं स्वच्छता, स्वास्थ्य, शिक्षा, आर्थिक सशक्तिकरण, शिक्षा, और कोविड-19 और आपदा राहत। समुदायों के साथ काम करने के अपने समृद्ध अनुभव के साथ, हम भरतपुर और अलवर में लोगों के जीवन की गुणवत्ता में सुधार लाने की दिशा में अपने प्रभाव को तेज करने के लिए उत्साहित हैं ताकि एक स्थायी और महत्वपूर्ण बदलाव लाया जा सके।
वर्षों से, लुपिन फाउंडेशन ने जिन लोगों के साथ काम किया है, उन पर गहरा प्रभाव डाला है और उन लोगों के जिन्दगी में सकारात्मक बदलाव लाया है। भरतपुर में 25 गांवों को आर्थिक रूप से मजबूत करने का जो काम एक परियोजना के रूप में शुरू हुआ, वह आज पूरे भारत के 9अन्य राज्यों और 23 जिलों के 5000 से अधिक गांवों में फैल गया।