जनप्रिय गहलोत की संवेदनशील सरकार : डाॅ. सत्यनारायण सिंह

3 मई जन्म दिवस पर विशेष 


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मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के नेतृत्व में राजस्थान सरकार ने प्रदेश में लोक कल्याण और जन सेवा की भावना से उत्तरदायी, पारदर्शी, और संवेदनशील कार्य प्रणाली विकसित करने की दिशा में नये आयाम स्थापित किये है। सरकार महात्मा गांधी के जीवन मूल्यों व सिद्धान्तों को आत्मसाात करने व अनुसरण कर राजस्थान के निमार्ण की दिशा में दृढ़संकल्प के साथ कार्य कर रही है।

मुख्यमंत्री अशोक सहलोत का वर्तमान कार्यकाल विशेष इसलिए है क्योेंकि यह एक विचार को विकास की सामूहिक इच्छा में रूपान्तरित कर प्रदेश के जरिये एक समृद्ध, एक स्वस्थ, एक साक्षर, एक हरित, एक जगमग और मुस्कान लिये प्रदेश बनाने का संकल्प लेकर उसे क्रियान्वित करने का प्रयास किया जा रहा है। यह भी स्पष्ट कर लिया गया है कि सरकार क्या करें जो सबकी आंकाक्षा और विचार के माध्यम से श्रेष्ठतम निष्कर्ष के अनुरूप हों।

मुख्यमंत्री ने सभी के सहयोग से नये राजस्थान के निर्माण का रोड़ मैप तैयार कर त्वरित गति से प्रभावी कार्य किया है। संवेदनशील, पारदर्शी, और जवाबदेह प्रशासन की वचनबद्धता को दोहराते हुए खुशियों से भरपूर एक समर्थ, सक्षम, समृद्ध राजस्थान बनाने के घ्येय से राज्य के सर्वांगीण और समावेशी विकास का जो संकल्प मुख्यमंत्री की अगुवाई में राज्य सरकार ने लिया है उसका उद्देश्य प्रदेशवासियों के जीवन को उतरोत्तर समृद्ध और खुशहाल बनाना और राज्य के विकास में योगदान के लिए सभी को अवसर प्रदान करना है। जनोन्मुखी, जनप्रेरित और जनआंकाक्षाओं के अनुरूप कार्यशैली को अपनाकर प्रदेश को तरक्की की राह पर तेजी से आगे बढ़ाया है। अपनी योजनाओं और कार्यक्रमों का केन्द्र बिन्दु गांव व गरीब को बनाया है। शहरी विकास को भी एक नई दिशा दी है, सार्थक पहल की है।

राजस्थान को उद्यमियों का सर्वोतम मुकाम बनाने का प्रयास किया जा रहा है तो हर घर को रोशन करने की मुहिम चलाई है। “अस्पताल आइए, स्वस्थ होकर जाइए, न जांच का खर्चा, न दवा का पैसा”। अन्न सुरक्षा योजना के जरिये सामाजिक उत्तरदायित्व को निभाया है। मजबूत वितरण प्रणाली से सार्वजनिक व्यवस्था को सुव्यवस्थित और पारदर्शी बनाया है। शिक्षा के क्षेत्र में ऐतिहासिक पहल, पेयजल के लिए भागीरथी का सशक्तिकरण, पर्यावरण को पंख, जयपुर शहर को विश्वस्तरीय बनाने की कवायद, भ्रष्टाचार की रोकथाम, अनिवार्य एफआईआर रजिस्ट्रेशन गहलोत सरकार के यशस्वी प्रयास हैं।

गहलोत सरकार के जनहितकारी निर्णयों में निरोगी राजस्थान अभियान, जनता क्लिनिक, राज्य की नई कृषि विपणन नीति, औद्योगिक नीति, नई राजस्थान निवेश प्रोत्साहन योजना, उद्योगों की स्थापना के अनुकूल वातावरण, वन स्टाप सोल्यूशन जैसे आमूलचूल परिवर्तन लागू किये गयें।

कोरोना के विरूद्ध लड़ाई में मुख्यमंत्री ने त्वरित गति से अपने वैज्ञानिक व प्रशासनिक सोच के आधार पर अपनी प्रशासनिक योग्यता, संवेदनशीलता, व राजनैतिक नेतृत्व का परिचय दिया है जिसकी सर्वत्र प्रशंसा हुई है। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने गहलोत की मुक्त कण्ठ से प्रशंसा करते हुए अन्य राज्यों के मुख्यमंत्रियों को राजस्थान द्वारा अपनाई नीति व कार्यप्रणाली अपनाने की राय दी थी।

राज्य सरकार प्रदेश के आमजन एवं गरीब को समय पर निःशुल्क और सुलभ चिकित्सा सेवा, उपलब्ध करवाने के लिए निरंतर प्रयासरत है। 40 हजार गांवो में 80 हजार स्वास्थ्य मित्र बनाये जा रहे है। निःशुल्क दवा योजना के अन्र्तगत उपलब्ध कराई जा रही 607 दवाईयों मे कैंसर, हृदय, श्वास व गुर्दा रोग आदि के उपचार हेतु नई दवाईयां शामिल की गई है। निःशुल्क जांच योजना में जांचो की संख्या 90 कर दी गई है। बीपीएल व वरिष्ठ नागरिकों को एमआरआई एवं सीटी स्केन की सुविधाएं निःशुल्क उपलब्ध कराई जाएगी। 12 जनता क्लिनिक खोले गयें है। प्रत्येक जिले में 15 नये मेडीकल काॅलेज और 58 आयुर्वेद चिकित्सालय-औषधालय खोले जा रहे है। राजस्थान सिलिकोसिस नीति 2019 लागू की गई है।

गत वर्ष कोविड-19 महामारी के दुष्प्रभाव व फैलाव को रोकने के लिए उन्होंने सर्वप्रथम लोकडाउन लगाकर आवश्यक व्यवस्थायें की। टीकाकरण, बैड, दवा, वेंटीलेटर, स्वास्थ्य सेवा में, प्रवासी मजदूरों व प्रवासी छात्रों हेतु प्रबन्ध से देशभर में उदाहरण प्रस्तुत किया। कोविड-19 की दूसरी लहर का मुकाबला करने में स्वयं मुख्यमंत्री चैईसों घन्टें जुटे हुए है, आक्सीजन, इन्जेकशन, बैड, वैक्सीन, की व्यवस्था करने, स्वास्थ्य सेवा को श्रेष्ठता करने में उन्होंने सब कुछ झौक दिया  है। पूरी कांग्रेस की टीम एनजीओं, धार्मिक संगठन, युवा संगठन, विपक्ष सभी को साथ लिया है। वित्तीय कठिनाईयों के बावजूद निःशुल्क वैक्सीन की घोषणा कर उन्होंने जन नेता का परिचय दिया है। इस पर लगभग 3000 करोड़ रूपया व्यय होगा, परन्तु साहसी निर्णय कर आर्डर पेश कर दिया है। इन कठिनाई भरे दिनों में भी कल्याणकारी योजनाओं को तेजी से आगे बढ़ाने के प्रयत्न जारी है।

गरीबों को सस्ता भोजन मुहैया कराने हेतु इन्द्रा रसोई सभी नगरपालिका क्षेत्रों में प्रारम्भ की गई है। राज्य कर्मचारियों, पेंशनर्स, जन सेवकों व प्रतिनिधियों के लिए बीमा योजना, प्रारम्भ की है। मुख्यमंत्री चिरंजीवी स्वास्थ्य बीमा योजना को सफल बनाने हेतु उन्होंने पूरी मशीनरी को लगा दिया है जिससे आम लोगों को 5 लाख तक का मुफ्त कैशलेस इलाज मिल सकें। मुख्यमंत्री के नेतृत्व में सरकार पूरी प्रतिबद्धता के साथ कार्य कर रही है। (लेखक का अपना अध्ययन एवं अपने विचार है)

लेखक : डाॅ. सत्यनारायण सिंह

(लेखक रिटायर्ड आईएएस अधिकारी हैं)