मुनि ने किया सुवाणा गौशाला का अवलोकन
प्रकाश चपलोत जैन
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भीलवाड़ा। राष्ट्र संत कमलमुनि कमलेश ने कहा कि गोचर भूमि पर अवैध कब्जा कर गौ माता के मुंह से निवाला छीनने वाला गौ हत्यारे से कम नहीं है, एक तरफ सांवरिया सेठ की जय बोलते हैं दूसरी तरफ गोचर भूमि हड़प कर गायो को मरने के लिये मजबूर करते हैं। यह गौ माता की पीठ में छुरा भोंकने जैसा काम है। सुप्रीम कोर्ट का आदेश है भू माफिया से गोचर भूमि सरकार मुक्त कराएं। यह बात मुनि कमलेश ने सोमवार प्रातः सुवाणा कस्बे स्थित श्री मातेश्वरी गौ सेवा समिति द्वारा संचालित गौशाला के अवलोकन के दौरान उपस्थित ग्रामीणों को कही।
उन्होंने कहा कि जब गोचर भूमि पर स्कूल अस्पताल आदि भवन बनाए जा सकते हैं तो फिर गौशालाओं के निर्माण पर आपत्ति क्यों, राष्ट्रसंत ने कहां की जहां बिलानाम जमीन नहीं है क्या वहां पर गौशाला शुरू नहीं हो सकती है। सरकार की योजना के अनुसार ग्राम पंचायत लेवल पर कैसे गौशालाए खुलेगी। जैन संत ने कहा कि पशुधन का कोई विकल्प नहीं है। हीरे पन्ने माणक मोती से कीमती है। इससे पूर्व मुनि का सुवाणा गौशाला पधारने पर ग्रामीणों ने अभिवादन किया एवं गायों को पशु आहार खिलाया। बाद में जैन स्थानक शीतल भवन पहुंचकर प्रार्थना आयोजित की। इस दौरान गौशाला प्रबंधक प्रकाश चपलोत जैन, जैन समाज के अध्यक्ष सुशील चपलोत, मंत्री विनोद हिंगड, सहमंत्री मुकेश चपलोत, दौलत चपलोत, शंभू सिंह खारीवाल, राजू हिंगड , सुरेन्द्र चपलोत, राहुल चपलोत, पिन्टू सुराणा, लालचंद चपलोत, जितेश चपलोत, नंदा भील, देउ कीर इत्यादि उपस्थित थे।