कला मंज़र संस्था के तत्वावधान में फाग के गीतों ने बिखेरे होली के रंग

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जयपुर। कला मंज़र संस्था ने हिंदी प्रचार प्रसार संस्थान, जयपुर के प्रांगण में फाग-उत्सव व महिला सम्मान समारोह का आयोजन किया जिसमें आये कलाकारों ने फाग के गीतों से सुरमई समा बांधा। इस अवसर पर संस्था की अध्यक्ष शोभा सक्सेना ने बताया कि इस अवसर पर संस्था ने विभिन्न क्षेत्रों की वरिष्ठ विदुषी महिलाओं को सम्मानित भी किया जिनमें उषा श्री, डॉ. अल्का राव, लक्ष्मी अशोक, पूर्णिमा कॉल, डॉ अमला बत्रा, रुचि भार्गव, रेशमा खान, सीमा हिंगोनिया, नीलम शर्मा, मीनू भसीन, वीना चौहान के नाम शामिल हैं।

संस्था की महासचिव मीनाक्षी माथुर ने कहा कि संस्था के उद्देश्यों के अनुरूप इस बार भी ग्रामीण क्षेत्र से दिव्यांग लोक गायक को प्रस्तुति के लिए आमंत्रित कर सम्मानित किया गया और राजस्थान की फाग संस्कृति को दर्शाने का प्रयास किया गया जिसमें पूनम माथुर , कालूराम बंजारा, निशा राजे ने अपनी प्रस्तुतियाँ दी।

रंग मत डाले रे , नैना नीचे कर ले , क़ानूडो रंग डाल गयो जैसे पारंपरिक लोक गीतों के साथ राधा कृष्ण पर आधारित भजनो व गीतों का सभी ने आनंद उठाया और जमकर झूमे।

उर्वशी चौधरी ने बहुत कुशलता के साथ मंच संचालन की जिम्मेदारी को संभाला। आयोजन में चिरमी और रामजी सपेरा के समूह ने भी ढोल के साथ कालबेलिया नृत्य प्रस्तुत किया साथ वहां उपस्थित महिलाओं ने भी फाग के गीत गाये और नृत्य किया।

इस अवसर हिंदी प्रचार प्रसार संस्था के अध्यक्ष डॉ. अखिल शुक्ला, अविनाश शर्मा, अरुण किम्मतकर भी उपस्थित रहे संस्थान के द्वारा भी महिलाओं को सम्मानित किया गया।