सांभर में महिलाओं ने गाये फागोत्सव के गीत

रंग बरसायो रै आनन्द आयो रै...

शैलेश माथुर की रिपोर्ट 

www.daylife.page 

सांभरझील (जयपुर)। स्थानीय राजपथ पर आज महिलाओं की ओर से फागोत्सव कार्यक्रम धूमधाम से मनाया गया। इस मौके पर ढोल मंजीरे के साथ भक्ति रस व प्रेम रस पर आधारित अनेक सुमुधर गीतों की प्रस्तुतियों पर महिलाओं ने जमकर ठुमके लगाये। भगवान गणेश की वन्दना के बाद होली से जुड़े पारम्परिक गीतों को गाकर सभी को भाव विभोर कर दिया। 

इस माैके पर रंग बरसायो रै आनन्द आयो रै.., अर होली खेलरै हनुमान रामरंग मं.., वानर बाकों रै लंका नगरी मं मच गयो हांको रैं.., चढ़ती भांकड़ली म्हारा गोडा तोड़ा रै.., और घोट र भांग थोड़ी और घोट रै.., दर्शन करा दै लाल का जोगी आयो रै.., हां रे रंग मत डालरै सांवरिया म्हारा गुजर माररै.., रंगों से आयी है बहार मैया तेरे आंगन.., अमलीड़ो अमलीड़ो भक्ता न लागै प्यारो..सहित अनेक गीतों की प्रस्तुतियों ने मन मोह लिया। इसके बाद महिलाओं ने एक दूसरे को फूलों के गुलाल का टीका लगाया। इस मौके पर उषादेवी व्यास, सुमन कंवर, सुमित्रा व्यास, मोनिका सैनी, कमला प्रजापत, संगीता जोपट, संगीता व्यास, सुमित्रा टेलर, सरला व्यास, अनुष्का व्यास, रितिका व्यास, कान्ता, यशोधा, अक्षरा, सीमा व्यास सहित अनेक महिलाओं ने फागोत्सव पर शानदार रचनायें पेश की।