जया अम्मा का किरदार निभाना सबसे बड़ी प्रेरणा थी : कंगना राणावत

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मुंबई। एंड पिक्चर्स 27 फरवरी को रात 8 बजे फिल्म 'थलाइवी' के प्रीमियर के साथ आपको एक ऐसे शख्स की कहानी से प्रेरित करने जा रहा है, जिन्होंने अपने लोगों के लिए संघर्ष किया और भारत के इतिहास की सबसे प्रभावशाली राजनेताओं में से एक बनकर उभरीं। इस फिल्म में काम करने के अपने अनुभव बताते हुए कंगना ने इस किरदार को निभाने की प्रेरणा और हावभाव अपनाने के बारे में चर्चा की।

फिल्म के बारे में वे कहती हैं, "मेरे लिए थलाइवी निश्चित तौर पर जिंदगी बदल देने वाला अनुभव था, क्योंकि इसमें सीखने के लिए बहुत कुछ था। जया अम्मा जैसा दमदार और प्रेरणादायक किरदार निभाना मेरे लिए एक शानदार अनुभव था। वे एक प्रभावशाली राजनेता थीं, जो जीवन पर्यन्त अपने लोगों के लिए लड़ती रहीं। उनके जैसी फिज़ीक और हाव-भाव अपनाने के लिए मुझे बहुत मेहनत करनी पड़ी। इस कहानी में जया अम्मा का किरदार, उनकी किशोरावस्था से उनकी उम्र के 40वें दशक के शुरुआती दौर तक का है। इस बदलाव को अपनाना अपने आप में बेहद चुनौतीपूर्ण था। हालाँकि, फिल्म के डायरेक्टर विजय सर ने मुझमें विश्वास जगाया और मैं थलाइवी का हिस्सा बनीं। मुझे खुशी है कि मैंने यह फैसला किया।"

जयललिता के किरदार को लेकर कंगना कहती हैं, "जब भी मैं कोई प्रोजेक्ट करती हूँ, तो मैं यह सुनिश्चित करती हूँ कि मैं उसके साथ पूरा न्याय करूँ। मैंने उनके किरदार, तौर-तरीके और व्यक्तित्व से जुड़ी हर बारीकी पर गौर किया और इसे अपनी परफॉर्मेंस में शामिल किया। जया अम्मा की कई खूबियों में से एक खूबी यह भी थी कि वे एक प्रशिक्षित पेशेवर डांसर भी थीं। उनकी इस खूबी को अपनी परफॉर्मेंस में शामिल करना बहुत बड़ा चैलेंज था। इस सफर के हर पहलु ने मुझे अपना सर्वश्रेष्ठ देने के लिए प्रेरित किया। यह कुछ ऐसा था, जिसके बारे में जानने का मौका मुझे इससे पहले कभी नहीं मिला था।"

किसी मुश्किल स्थिति का सामना करने के दौरान खुद में और जयललिता में समानता को लेकर वे कहती हैं, "शूटिंग के दौरान हर दिन मुझे जया अम्मा के साथ ज्यादा जुड़ाव महसूस होता था। मैंने बड़ी गहराई से उनके बारे में बहुत कुछ जाना। जिंदगी में अक्सर हमारे सामने ऐसी चुनौतियाँ आती हैं, जो हर कदम पर हमारी परीक्षाएँ लेटी हैं। तो ऐसे किसी इंसान के बारे में जानकर बहुत अच्छा लगता है, जिन्होंने इतना संघर्ष किया और हर मुश्किल परिस्थिति से बाहर निकलीं। आज हर परिस्थिति में मैं हम दोनों के बीच समानता पाती हूँ, क्योंकि यह एक ऐसा किरदार है, जिसने मुझे पेशेवर और निजी तौर पर आगे बढ़ने में काफी मदद की।"

एमजीआर के किरदार में अरविंद स्वामी के साथ काम करने के अनुभव को लेकर कंगना कहती हैं, "एक इंसान के तौर पर अरविंद सर बड़े विनम्र और मिलनसार हैं। वे हमेशा आपके किरदार को निभाने में आपकी मदद करते हैं। उन्होंने एमजीआर के किरदार में इतना शानदार काम किया है कि कोई थोड़ा-सा भी फर्क नहीं कर सकता है। मैंने देखा है कि वे पर्दे पर स्वाभाविक तौर पर चुस्त नजर आते हैं और मैं उनकी इसी बात से जुड़ती हूँ। इससे उनके साथ काम करना आसान और मजेदार हो गया। शूटिंग के दौरान उन्हें करीब से जानकर मैंने महसूस किया कि मैं अब तक जिन लोगों से भी मिली हूँ, वे उनमें सबसे सच्चे लोगों में से एक हैं।"