राज्य के सभी 38 जिलों में 4 लाख से अधिक शिक्षकों और 15 मिलियन से अधिक छात्रों की मदद के लिए लीपफॉरवर्ड के साथ अंग्रेजी साक्षरता कार्यक्रम की शुरुआत की
मुंबई। भारत की अग्रणी एफएमसीजी कंपनियों में से एक, मैरिको लिमिटेड ने अपनी प्रमुख पहल निहार शांति पाठशाला फनवाला के तहत बिहार सरकार के साथ समझौता पत्र (एमओयू) पर हस्ताक्षर किया। एमओयू पर प्रबोध हल्दे, हेड टेक्निकल रेगुलेटरी अफेयर्स, मैरिको लिमिटेड, विजय कुमार हिमांशु, निदेशक (एससीईआरटी), शिक्षा विभाग, बिहार सरकार और आयुष जैन, हेड ऑफ ऑपरेशंस, लीपफॉरवर्ड ने संजय कुमार, अतिरिक्त मुख्य सचिव, शिक्षा एवं कैबिनेट सेक्रेटेरिएट विभाग, बिहार सरकार सहित अन्य गणमान्य व्यक्तियों की उपस्थिति में हस्ताक्षर किए।
इस समझौते का लक्ष्य अकादमिक अंतर को दूर करना, छात्रों के लिए अंग्रेजी में ग्रेड एप्रोप्रिएटनेस को बढ़ाना, और पूरे राज्य को लाभ पहुंचाने वाला स्केलेबल और सस्टेनेबल मॉडल का निर्माण करना है। समझौता पूरे बिहार के सभी 38 जिलों में 2024 तक प्रभावी रहेगा।
अंग्रेजी साक्षरता कार्यक्रम, एक अद्वितीय और इनोवेटिव शैक्षणिक दृष्टिकोण है जो एक 4-स्तरीय, संरचित (स्ट्रक्चर्ड), मॉड्यूलर और मापने योग्य (मेजरेबल) कार्यक्रम है जिसे किसी भी स्थानीय भाषा में पढ़ाया जा सकता है और यह शिक्षक की अंग्रेजी बोलने की मौजूदा क्षमताओं से अप्रभावित रहेगा। कार्यक्रम के हिस्से के रूप में, मैरिको लिमिटेड, अपने एनजीओ पार्टनर लीपफॉरवर्ड के साथ, सरकारी स्कूली शिक्षकों (ग्रेड 2 से ग्रेड 8) को सक्षम बनाएगा, जो आम तौर पर क्षेत्रीय भाषाओं में बातचीत करते हैं और सिखाते हैं, और इसके लिए बच्चों को पढ़ने, वर्तनी, समझ, और वाक्य संरचना क्षमताएं विकसित करने में मददगार सरल शिक्षण तकनीकों का उपयोग करते हैं।
कार्यक्रम के हिस्से के रूप में, मैरिको लिमिटेड, लीपफॉरवर्ड के साथ अंग्रेजी साक्षरता कार्यक्रम के तहत पात्रता रखने वाले सभी शिक्षकों को प्रशिक्षित और प्रमाणित करेगा, साथ ही इन-क्लास शिक्षण अनुभव को बेहतर बनाने के लिए उन्हें उच्च गुणवत्ता वाली डिजिटल टीचिंग एवं लर्निंग सामग्री (टीएलएम) भी प्रदान करेगा। अभ्यास के लिए कंपनी एससीईआरटी पाठ्यपुस्तकों की सामग्री के साथ पहल के तहत शिक्षण तकनीकों को जोड़कर अंग्रेजी भाषा की शिक्षा प्रदान करने में राज्य के प्रयासों में भी साथ देगी। इस कार्य को पूरा करने के दौरान, मैरिको का लक्ष्य सामाजिक-आर्थिक और क्षेत्रीय बाधाओं से प्रभावित हुए बिना, गुणवत्तापूर्ण शिक्षा प्रदान करके स्कूल जाने वाले बच्चों की प्रगति और सीखने-समझने को सक्षम बनाना है।
इस पहल के बारे में बताते हुए, उदयराज प्रभु, एक्जिक्यूटिव वाइस प्रेसिडेंट, बिजनेस प्रोसेस ट्रांसफॉर्मेशन एंड आईटी, एवं हेड, सीएसआर, मैरिको लिमिटेड ने कहा कि मैरिको लिमिटेड की निहार शांति पाठशाला फनवाला ने हमेशा बच्चों की शिक्षा और प्रगति में सहयोग एवं समर्थन किया है। बिहार सरकार के साथ यह जुड़ाव पूरे भारत में गुणवत्तापूर्ण शिक्षा प्रदान करने और सीखने के परिणामों को सकारात्मक रूप से प्रभावित करने की हमारी प्रतिबद्धता के अनुरूप है। इस साझेदारी के जरिये, हमारा इरादा शिक्षा विभाग के प्रयासों को पूरा करना है और बिहार में शिक्षकों को कुछ मूल्यवान उपकरण प्रदान करना है, ताकि उन्हें अपने छात्रों में विशिष्ट अंग्रेजी क्षमताओं को प्रभावी ढंग से विकसित करने में मदद मिल सके।
कंपनी ने निहार शांति पाठशाला फनवाला लॉन्च किया है, जो बच्चों को कभी भी, कहीं भी, मुफ्त में अंग्रेजी सीखने में मदद करता है और बच्चों की शिक्षा में सहयोग देने और उसे बेहतर बनाने के अपने उद्देश्य को आगे बढ़ाता है। 2012 के बाद से, निहार शांति पाठशाला फनवाला ने न केवल बच्चों तक पहुंचने, उनके साथ जुड़ने और शिक्षित करने के लिए, बल्कि शिक्षा के परिणामों में सुधार करने के लिए सर्वोत्तम तकनीक को एकीकृत करके महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है जिससे दूर-दराज के क्षेत्रों में वंचित बच्चों की शिक्षा के लिए सहयोग किया जा सके। एक ब्रांड के रूप में, निहार शांति अमला वंचित बच्चों को अवसर प्रदान करने और शिक्षा तक पहुंच प्रदान करने के अपने उद्देश्य के लिए तैयार रहा है और अपने लाभ का 5% योगदान दिया है। इसके अलावा, मैरिको ने पहले उत्तर प्रदेश, मध्य प्रदेश और राजस्थान की सरकारों के साथ भी समझौता पत्र पर हस्ताक्षर किए हैं।