घड़साना में किसान व प्रशासन के बीच हुई वार्ता विफल होने से किसानों में रोष

सिंचाई पानी की मांग को लेकर आठ दिनों से चल रहे उपखंड कार्यालय के सामने किसानों का महा पड़ाव, किसान व प्रशासन के बीच हुई वार्ता विफल, वार्ता विफल होने के कारण किसानों में रोष, किसान 7 अक्टूबर को 620 हेड पर लगाएंगे धरना, उपखण्ड कार्यालय के तीनों गेटों पर ताला 200 पुलिस कर्मचारी सहित अधिकारी उपखंड कार्यालय में तीन दिनों से बंद


आर.एन. पारीक की रिपोर्ट  

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घड़साना। इंदिरा गांधी नहर परियोजना के प्रथम चरण में चार में से दो सिंचाई पानी व रेगुलेशन तय करने की मुख्य मांग को लेकर  घड़साना क्षेत्र एक बार फिर रणक्षेत्र बन गया है। किसान और प्रशासन आमने-सामने है। इस दौरान पुलिस प्रशासन द्वारा चाक-चौबंद व्यवस्थाओं के बावजूद भय का पहरा दिख रहा है। किसानों द्वारा सिंचाई के लिए पानी की मांग को लेकर आर-पार की लड़ाई का आह्वान करने के बाद क्षेत्र "पानी ने एक बार फिर से आग" लगा दी है।  घड़साना उपखण्ड कार्यालय को पुलिस छावनी में तब्दील कर दिया गया है। चप्पे-चप्पे पर आरएसी, एसटीएफ व पुलिस के जवानों को तैनात कर दिया गया है। सोमवार को भी घड़साना, अनूपगढ़, रावला, खाजूवाला, छत्तरगढ़ समेत आस-पास के इलाकों से हजारों किसान पहुंचे। कलेक्टर जाकिर हुसैन व एसपी राजन दुष्यंत आंदोलन की पल-पल अपडेट ले रहे हैं। इस दौरान प्रशासन ने किसी भी बड़ी अनहोनी की दुर्घटना के मद्देनजर उपखंड मुख्यालय के चारों तरफ बेरीकेड्स लगा दिए है। पानी को लेकर घडसाना में पूर्व में भी बडे आंदोलन हो चुके हैं।

सोमवार को बीएसएफ कैंप में किसान और संभागीय आयुक्त भंवरलाल मेहरा नवनियुक्त आईजीएनपी मुख्य अभियंता अमरजीत सिंह आज घड़साना वार्ता के लिए  किसान मोर्चा के नेताओं के साथ वार्ता की लेकिन किसान अपनी मांगों पर अड़े रहे  किसान नेता हेतराम बेनीवाल सहित 23 किसान नेता वार्ता में गए थे वह सभी अपनी प्रथम चरण के हिस्से का पूरा पानी देने की मांग पर अड़े रहे लेकिन संभागीय आयुक्त भंवर लाल मेहरा ने  किसानों के साथ तीन मार वार्ता की लेकिन किसान मोर्चा के नेताओं ने अपनी मांगों पर अड़े रहे संभागीय आयुक्त भंवरलाल मेहरा ने किसानों की मांगे नहीं मानने पर किसान वार्ता से खड़े होकर  उपखंड कार्यालय के सामने महापड़ाव पर आ गए और सभी किसानों को जो वार्ता में बात हुई थी उनको बताई और उसके बाद सभी किसानों को 7 अक्टूबर को 620 हेड पर धरना देने के लिए अवगत किया

तीसरे दिन भी उपखंड कार्यालय में पुलिस कर्मचारी सहित अधिकारियों को बंद रखा

घड़साना में सिंचाई पानी के लिए किसानों ने एसडीएम दफ्तर के सोमवार को भी तीनों गेट बंद रखकर किसान दफ्तर के बाहर डटे हुए है।  जिसके तहत दफ्तर के चारों दिशाओं में किसानों ने मोर्चाबंदी कर रखी है। किसानों ने एसडीएम कार्यालय के गेट के आगे  चारपाई बिछा रखी है वहां किसान बैठे है। उधर दफ्तर के अंदर पुलिसकर्मियों को बंद किया हुआ है। उल्लेखनीय  करीब दो सौ पुलिस के जवानों को बंधक बना लिया। किसानों ने कई दिन पहले चेतावनी दे दी थी कि खेत बर्बाद होने की कगार पर आए तो वे उग्र आंदोलन करेंगे। 

गुरुद्वारा सिंह ने संभाली किसानों की लंगर व्यवस्था

घड़सानों में बड़ी संख्या में पहुंचे किसानों के लिए गुरुद्वारा सिंह सभा ने लंगर की व्यवस्था संभाल ली है। सभा की ओर से आज लंगर चलाया गया। किसान महापड़ाव में चाय, पानी की व्यवस्था भी की जा रही है। वहीं गांव से आने वाले किसान लंगर के लिए खाद्य सामग्री लेकर आ रहे हैं। इस दौरान किसानों को व्यापारी वर्ग का भारी जनसमर्थन मिल रहा है।