प्रशिक्षण कार्यक्रम के बाद आईआईएचएमआर के संकाय सदस्य और प्रशिक्षक एक वर्ष की अवधि में 900 सीएचओ को देंगे ट्रेनिंग
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जयपुर। आईआईएचएमआर यूनिवर्सिटी NISHTHA-Jhpiego के सहयोग से तीन दिवसीय प्रशिक्षण कार्यक्रम आयोजित कर रही है। 4 से 6 अक्टूबर, 2021 तक चलने वाले इस कार्यक्रम में प्रशिक्षकों को प्रशिक्षण दिया जाएगा। ये प्रशिक्षक 14 राज्यों के चयनित 900 सामुदायिक स्वास्थ्य अधिकारियों के लिए लीडरशिप सर्टिफिकेशन प्रोग्राम आयोजित करेंगे। 14 राज्यों में अरुणाचल प्रदेश, असम, सिक्किम, मेघालय, मणिपुर, मिजोरम, नगालैंड, त्रिपुरा, बिहार, झारखंड, ओडिशा, उत्तरप्रदेश, मध्यप्रदेश, और छत्तीसगढ़ शामिल हैं।
सितंबर में आयोजित इसी तरह के प्रथम प्रशिक्षण कार्यक्रम में पूर्वाेत्तर सहित 11 राज्यों के कुल 45 प्रतिभागियों को अखिल भारतीय सामुदायिक स्वास्थ्य अधिकारियों को ट्रेनिंग देने के लिए प्रशिक्षित किया गया था। श्रृंखला के दूसरे कार्यक्रम में और 44 मास्टर ट्रेनर तैयार किए जाएंगे। तीन दिवसीय इस प्रशिक्षण कार्यक्रम में जो विषय कवर किए जाएंगे, उनमें प्रमुख हैं- प्राथमिक स्वास्थ्य देखभाल अवलोकन, सार्वजनिक स्वास्थ्य योजना और प्रबंधन, प्रबंधन कौशल, नेतृत्व कौशल, संचार कौशल, परामर्श, आपूर्ति श्रृंखला प्रबंधन, वित्तीय प्रबंधन, डेटा प्रबंधन और अन्य लीडरशिप और मैनेजमेंट संबंधी विषय। इसका उद्देश्य सामुदायिक स्वास्थ्य अधिकारियांे को कुशलतापूर्वक और प्रभावी ढंग से कार्य करने में सक्षम बनाना है, ताकि वे प्राथमिक स्वास्थ्य देखभाल को और मजबूत करने की दिशा में काम कर सकें।
आईआईएचएमआर यूनिवर्सिटी के प्रेसिडेंट डण् पी आर सोडानी ने कहा, आयुष्मान भारत योजना स्वास्थ्य देखभाल क्षेत्र में गेम चेंजर साबित हुई है, क्योंकि यह योजना स्वास्थ्य देखभाल के लिए व्यापक श्रेणी की सेवाएं प्रदान करने का एक महत्वपूर्ण प्रयास है। राष्ट्रीय स्वास्थ्य लक्ष्यों को प्राप्त करने के लिए रणनीतिक प्रशिक्षण में व्यापक प्राथमिक स्वास्थ्य देखभाल सेवाओं के प्रावधान के लिए आयुष्मान भारत योजना के स्तंभों में से एक हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर (एचडब्ल्यूसी) है। भारत सरकार ने 1,50,000 एचडब्ल्यूसी बनाने की योजना बनाई है और इनका कुशलतापूर्वक नेतृत्व करने के लिए सीएचओ की आवश्यकता है। आईआईएचएमआर यूनिवर्सिटी देश की स्वास्थ्य प्रणाली को मजबूत करने में योगदान देने के लिए प्रतिबद्ध है। इस कार्यक्रम के द्वारा हम 14 राज्यों से मास्टर ट्रेनर्स तैयार कर रहे हैं और इस तरह 900 से अधिक सीएचओ को प्रशिक्षित किया जाएगा। इस कार्य में झपीगो स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय/भारत सरकार को तकनीकी सहायता प्रदान कर रहा है।
NISHTHA-Jhpiego टीम के साथ सहयोग करके हम न केवल देश की स्वास्थ्य प्रणाली को मजबूत करने में योगदान करने के लिए प्रतिबद्ध हैं, बल्कि कल के ऐसे अग्रणी लोगों को तैयार करने का काम कर रहे हैं, जो हमारी उम्मीदों से परे परिणाम देने के लिए प्रतिबद्ध हैं। कार्यक्रम का मुख्य उद्देश्य सीएचओ प्रशिक्षण कार्यक्रम के बारे में प्रशिक्षकों को नए मॉड्यूल और पाठ्यक्रम के साथ-साथ शिक्षण के नए तौर-तरीकों के बारे में उन्मुख करना है। विस्तृत मूल्यांकन के बाद सीएचओ के लिए इस मॉड्यूल को आईआईएचएमआर यूनिवर्सिटी और NISHTHA-Jhpiego टीम ने गहन विचार-विमर्श के बाद डिजाइन किया है।’’
डॉ. स्वाति महाजन, CoP NISHTHA, ने कम्युनिटी हेल्थ आॅफिसर के लिए निष्ठा के नेतृत्व कार्यक्रम की व्याख्या करते हुए कहा कि वे हेल्थकेयर को मजबूत करने के लिए महत्वपूर्ण योगदान दे रहे हैं। उन्होंने बताया कि कैसे झपीगो कार्यक्रम, प्रभावी सलाह के साथ समुदाय की भागीदारी और जवाबदेही का मार्गदर्शन करेगा।
14 राज्यों से भाग लेने वाले प्रशिक्षकों में राज्य कार्यक्रम प्रबंधक, जिला कार्यक्रम प्रबंधक, कार्यक्रम अध्ययन केंद्रों के संकाय सदस्य, राज्य सलाहकार और नर्सिंग शिक्षक शामिल हैं। प्रतिभागियों में श्रीचपमहव, नर्सिंग कॉलेज, स्वास्थ्य और परिवार विभाग, एनएचएम और जिला अस्पतालों से आए लोग शामिल हैं। जो लोग इस कार्यक्रम में भाग ले रहे हैं, उनके पास 40 साल तक का कार्य अनुभव है।