सादुलशहर के फतुही में सीएचसी का लोकार्पण
जयपुर। राजस्थान के चिकित्सा एवं स्वास्थ्य मंत्री डॉ. रघु शर्मा ने कहा कि प्रदेश में कोरोना संक्रमितों की कम होती संख्या के बावजूद कोविड एप्रोपिएट बिहेवियर अपनाकर सावधानी बरतना आवश्यक है। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार कोरोना की संभावित तीसरी लहर से बचाव के लिए व्यापक प्रयास कर रही है।
डॉ. शर्मा ने श्रीगंगानगर जिले की सादुलशहर विधानसभा में स्थित फतुही (शिवपुर) में 4 करोड़ रुपए लागत से बने 30 बेडेड सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र का वर्चुअल लोकार्पण के दौरान यह बात कही। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार द्वारा प्रदेश के लगभग 400 सामुदायिक केंद्रों ए, बी और सी श्रेणी में रखते हुए सुदृढ़िकरण किया जा रहा है। इन केंद्रों को आईसीयू बैड, सेंट्रलाइज ऑक्सीजन पाइप लाइन, ऑक्सीजन सिलेंडर, ऑक्सीजन कंसंट्रेटर, कोरोना के उपचार में काम आने वाली जरूरी दवाओं की उपलब्धता भी सुनिश्चित करवाई जाएंगी।
स्वास्थ्य मंत्री ने बताया कि प्रदेश में ऑक्सीजन की कमी को दूर करने के लिए एनएचएम व स्वायत्त शासन विभाग द्वारा व्यापक स्तर पर ऑक्सीजन जनरेशन प्लांट, लिक्विड ऑक्सीजन प्लांट लगाए जा रहे हैं। उन्होंने कहा चिकित्सा संस्थानों में 18 हजार कंसंट्रेटर स्थापित किए जा चुके हैं। उन्होंने कहा कि सरकार आमजन को कोरोना से राहत देने के हर संभव प्रयास कर रही है।
चिकित्सा मंत्री ने बताया कि राज्य सरकार ने वर्तमान कार्यकाल में सबसे ज्यादा प्राथमिकता स्वास्थ्य क्षेत्र को दी है। राज्य सरकार के पिछले कार्यकाल में प्रदान की गई मुख्यमंत्री निशुल्क दवा योजना और मुख्यमंत्री निशुल्क जांच योजना ने देशभर में एक मिसाल कायम की है। उन्होंने बताया कि वर्तमान में जरूरतमंदों को मुख्यमंत्री चिरंजीवी स्वास्थ्य बीमा योजना के जरिए 5 लाख रुपए की राशि की बीमा सुविधा उपलब्ध करवाई जा रही है। उन्होंने कहा कि ऎसी कल्याणकारी योजनाएं देश के कुछ ही राज्यों में ही संचालित हो रही हैं।
इस दौरान सादुलशहर विधायक जगदीश चंद्र ने मुख्यमंत्री और चिकित्सा मंत्री का आभार व्यक्त करते हुए कहा कि पूरे कोरोना काल में श्रीगंगानगर जिले में चिकित्सा व्यवस्था बेहतर रही। इस दौरान अस्पतालों मंन पर्याप्त संख्या में बेड, चिकित्सा उपकरण, मेडिकल स्टाफ व चिकित्सक होेने के कारण आमजन को ज्यादा परेशानी का सामना नहीं करना पड़ा। उन्होंने कहा कि सरकार के बेहतर कोरोना प्रबंधन से अब कोरोना नियंत्रित भी होने लगा है।
वर्चुअल कार्यक्रम के दौरान जनप्रतिनिधि, श्रीगंगानगर जिला कलक्टर जाकिर हुसैन, मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी गिरधारी सिंह मेहरड़ा सहित चिकित्सा व प्रशासन से जुड़े कई अधिकारीगण उपस्थित रहे।