मरीजों की सेवा कर, निभाएं मानव धर्म
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जयपुर। प्रदेश में कोरोना के तेजी से बढ़ते संक्रमण के कारण लगातार मरीजों की तादाद बढ़ रही है, जिससे रेमडेसिविर इंजेक्शन एवं ऑक्सीजन की हुई कमी के कारण कोरोना की आड़ में निजी अस्पताल मरीजों से सौदेबाजी एवं कालाबाजारी कर रहे हैं। जयपुर शहर जिला कांग्रेस कमेटी के निर्वतमान महासचिव दिनेश जाटोलिया ने बताया है कि मुख्यमंत्री राजस्थान सरकार अशोक गहलोत ने साफ शब्दों में निजी अस्पतालों को नसीहत दी है कि मुख्यमंत्री चिरंजीवी स्वास्थ्य बीमा योजना से मरीजों का नि: शुल्क इलाज करे, निजी अस्पताल। इस भयावह स्थिति में मरीजों की सेवा कर मानव धर्म निभाकर एकता का परिचय दे। इलाज के दौरान रेमडेसिविर और आक्सीजन की कमी नहीं आने दी जाएगी। कोरोना महामारी के दौरान भी निजी अस्पताल लोगों की भावनाओं के साथ खिलवाड़ कर रहे हैं, इस वक्त भी मोटी कमाई, मरीजों के साथ सौदेबाजी और इंजेक्शनों व दवाईयों की कालाबाजारी की शिकायते मिल रही है।
जबकि राज्य सरकार ने उपचार में आम आदमी को राहत देने की दिशा में एक और कदम उठाया है। सरकार ने चिरंजीवी योजना में संबंधित अस्पतालों के लिए कोविड-19 उपचार को लेकर पहले बनाए गए पैकेज के स्थान पर अब तीन पैकेज और लागू कर दिए हैं। कोविड-19 उपचार ट्रिप पैकेजेस की दर 2000 से बढ़ाकर ₹4000 प्रति निर्धारित की है।
इस योजना में 3 पैकेजेस सम्मिलित है, जिन की दर ₹5000 प्रतिदिन से लेकर 9900 प्रतिदिन निर्धारित की गई है। जिसमें परामर्श शुल्क, नर्सिंग चार्जेज, बैड, भोजन, निर्धारित उपचार, दिशा निर्देशानुसार, डिस्चार्ज करने पर कोविड-19 टेस्ट, मॉनिटरिंग एवं फिजियोथेरेपी, निशुल्क पी.पी.ई. किट, दवाईयां एवं कंज्यूमेस्टम, काम्यूमेटिशन, मैजिशियन चार्जेज व समस्त प्रकार की जांचें जैसे बायोडेमिस्ट्री, माइक्रोबायोलॉजी पैथोलॉजी, इमेजिंग आदि सम्मिलित है।
जाटोलिया ने यह भी बताया है कि राज्य सरकार ने सख्ती बरतते हुए सभी राजकीय/निजी अस्पतालों को दो टूक में आदेशित किया है कि भर्ती आवश्यकता वाले मरीज को अस्पताल में भर्ती करने से मना नहीं कर सकते, इसके लिए मुख्यमंत्री श्री अशोक गहलोत ने कोरोना मरीजों को लाने-ले जाने एवं रैफर करने के लिए 108 एवं 104 नि:शुल्क एम्बूलेस सेवा शुभारंभ की है।
गहलोत ने साफ कर दिया है कि आमजन के जीवन बचाने में लापरवाही एवं कालाबाजारी बर्दाश्त नहीं की जाएगी, जिन अस्पतालों की इस प्रकार की शिकायत मिलने पर सख्त कार्रवाई करने की चेतावनी दी है।
जाटोलिया ने बताया है कि मुख्यमंत्री अशोक गहलोत राजस्थान की जनता के जीवन बचाने के प्रति बहुत संवेदनशील एवं निर्णायक साबित हो रहें हैं, कोविड-19 की दूसरी लहर एवं तीसरी लहर के लिए विशेषज्ञों को निर्देशित कर प्रदेश के लोगों को बचाने के लिए अब तक 150 से ज्यादा समीक्षा बैठक कर चुके हैं। कोविड-19 के दौरान किए गए ऐतिहासिक एवं सराहनीय कार्य के लिए मुख्यमंत्री राजस्थान सरकार को बहुत बहुत धन्यवाद एवं आभार। (प्रेस विज्ञप्ति)