मदरसों में बेहतर व्यवस्थाओं के लिए सरकार प्रयासरत : शाले मोहम्मद

आधुनिक शिक्षा के बिना तरक्की संभव नहीं : अल्पसंख्यक मामलात, वक्फ एवं जन अभाव अभियोग निराकरण मंत्री

http//daylife.page

जयपुर। आज के दौर में आधुनिक शिक्षा के बिना किसी की भी तरक्की संभव नहीं है। राजस्थान मदरसा बोर्ड से पंजीकृत मदरसों में दीनी तालीम के साथ दुनियावी तालीम देकर मदरसों में अध्ययनरत बच्चों को मुख्यधारा में लाने के लिए सरकार प्रयासरत है। यह बात राजस्थान के अल्पसंख्यक मामलात, वक्फ एवं जन अभाव अभियोग निराकरण मंत्री शाले मोहम्मद ने जोधपुर जिले के लूनी विधानसभा क्षेत्र के मेहरानपुरा माणकलाव में स्थित मदरसा खादिमूल कुरआन के वार्षिकोत्सव के दौरान आयोजित कार्यक्रम में कही। 

शाले मोहम्मद ने कहा कि राजस्थान सरकार अल्पसंख्यक वर्ग के उत्थान के लिए प्रतिबद्ध है, अल्पसंख्यक वर्ग के बच्चों को बेहतर शिक्षा देने के लिए पंजीकृत मदरसों में स्मार्ट क्लास रूम, कम्प्यूटर लैब कक्ष, मुख्यमंत्री मदरसा आधुनिकीकरण योजना के तहत अतिरिक्त कक्षा कक्ष, खेलकूद सामग्री एवं फर्नीचर दिया जा रहा है। इससे मदरसा के बच्चों को दीनी तालीम के साथ बेहतर दुनियावी तालीम भी दी जा रही है ताकि वे तरक्की कर सकें। इसके अलावा अल्पसंख्यक बालक-बालिका छात्रावास, जवाहर नवोदय विद्यालय की तर्ज पर आवासीय विद्यालय खोले जा रहे हैं। इससे अकलियत के बच्चों का शिक्षा के क्षेत्र में आने वाले समय मे बहुत फायदा होगा। उन्होंने कहा कि उर्दू के 444 पदों को बढ़ाकर 1000 की घोषणा मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने की है। 10 से अधिक बच्चे उर्दू एवं सिंधी भाषा के पढ़ने के जहां इच्छुक होंगे वहां सरकार अतिरिक्त विषय शुरू कर अध्यापकों की व्यवस्था करेगी। इस दौरान उन्होंने क्षेत्रीय विधायक निधि से निर्मित विकास कार्यों का लोकार्पण भी किया। 

मदरसा आधुनिकीकरण योजना से मदरसों को लाभान्वित कर रहे हैं

राजस्थान के अल्पसंख्यक मामलात मंत्री शाले मोहम्मद ने कहा कि मुख्यमंत्री मदरसा आधुनिकीकरण योजना के तहत मदरसों में आधारभूत सुविधाएं मुहैया कराई जा रही है। दीनी तालीम के लिए कम्प्यूटर, स्मार्ट क्लास रूम, अतिरिक्त कक्षा कक्ष, खेलकूद सामग्री दी जा रही है। मदरसों में मदरसा पैराटीचर्स लगाकर शिक्षा को और सुदृढ करने के लिए प्रयासरत हैं। उर्दू के पद बढ़ाकर 1000 किए, 10 बच्चों पर लगेगा शिक्षक; प्रदेश के सरकारी स्कूलों में पढ़ने वाले बच्चों को तृतीय भाषा उर्दू पढ़ाने के लिए 444 उर्दू के पद बढाकर 1000 कर दिए हैं, इसके अलावा जहां-जहां उर्दू एवं सिंधी विषय पढ़ने के इच्छुक विद्यार्थी होंगे वहां 10 बच्चों पर एक शिक्षक की नियुक्ति की जाएगी ताकि अपने इच्छुक विषय की शिक्षा से बच्चे महरूम न रहें। अल्पसंख्यक मामलात मंत्री ने माणकलाव में विधायक महेन्द्र विश्नोई के विधायक कोष से स्वीकृत 10 लाख रूपए की राशि से निर्मित सामुदायिक हॉल का शिलान्यास भी किया। इस दौरान लूनी विधायक महेन्द्र बिश्नोई, जोधपुर जिला अल्पसंख्यक कल्याण अधिकारी गुलाम मोहम्मद खान, डॉ. अयूब खान सहित अन्य जनप्रतिनिधि व संबंधित विभागों के अधिकारी मौजूद रहे।