आईआईएम उदयपुर का 9वां वार्षिक दीक्षांत समारोह, 317 छात्रों ने हासिल की एमबीए की डिग्री

मुख्य अतिथि किरण मजूमदार शॉ की सलाह- कोविड-19 की चुनौतियों को अवसरों में बदलें

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उदयपुर। इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ मैनेजमेंट, उदयपुर ने अपने दो साल के एमबीए (बैच 2019-21) और एक वर्षीय एमबीए ग्लोबल सप्लाई चेन मैनेजमेंट और डिजिटल एंटरप्राइज मैनजमेंट (बैच 2020-21) के लिए 9वां वार्षिक दीक्षांत समारोह आयोजित किया। कोविड से उपजे हालात और प्रतिबंधों के कारण दीक्षांत समारोह पहली बार वर्चुअल मोड में आयोजित किया गया। इस दौरान 317 छात्रों को एमबीए की डिग्री प्रदान की गई।

बायोकॉन लिमिटेड की फाउंडर और चेयरपर्सन किरण मजूमदार शॉ ने मुख्य अतिथि के तौर पर कार्यक्रम की गरिमा बढ़ाई, जबकि जाइडस कैडिला के चेयरमैन और एमडी और बोर्ड ऑफ गवर्नर्स, आईआईएम उदयपुर के चेयरमैन श्री पंकज पटेल ने कार्यक्रम की अध्यक्षता की। इस कार्यक्रम में शामिल होने वाले लोगों में आईआईएम उदयपुर के डायरेक्टर प्रो. जनत शाह, एक वर्षीय एमबीए प्रोग्राम कमेटी के चेयरपर्सन प्रो. राजेश अग्रवाल और दो वर्षीय एमबीए प्रोग्राम कमेटी की चेयरपर्सन प्रो. संध्या भाटिया प्रमुख हैं।

बोर्ड ऑफ गवर्नर्स, आईआईएम उदयपुर के अन्य सदस्य, एक वर्षीय एमबीए प्रोग्राम के सलाहकार समूह के सदस्य, आईआईएम उदयपुर के संकाय सदस्य और कर्मचारी, पूर्व छात्र और स्नातक छात्र भी अपने परिवार के सदस्यों के साथ इस प्रोग्राम के लाइव वेबकास्ट के साक्षी बने। आईआईएम उदयपुर के दो साल के एमबीए (बैच 2019-21) और एक वर्षीय एमबीए ग्लोबल सप्लाई चेन मैनेजमेंट और डिजिटल एंटरप्राइज मैनजमेंट (बैच 2020-21) के कुल 317 छात्रों ने एमबीए की डिग्री हासिल की।

मुख्य अतिथि किरण मजूमदार शॉ ने ‘रीइमेजिनिंग आवर फ्यूचर’ थीम पर विद्यार्थियों को संबोधित करते हुए कहा, कोविड -19 पहली ऐसी महामारी नहीं है, जिसका मानवता को सामना करना पड़ा है। हमें एक नई उम्मीद और उद्देश्य के साथ अपने भविष्य के बारे में फिर से विचार करने की आवश्यकता है, क्योंकि हर प्रतिकूलता अभूतपूर्व अवसर पैदा करती है। टैक्नोलाॅजी से समर्थित स्टार्टअप हर जगह शुरू हो रहे हैं और कारोबार को आगे बढ़ाते हुए हमारे लिए अनेक नए अवसर पेश कर रहे हैं। कोविड -19 के बाद की चुनौतियों को अवसरों में बदलने के लिए आज देश को आपके जैसे छात्रों की आवश्यकता है। कल के नेताओं के रूप में, मैं आप सभी को बधाई देती हूं और आपसे आग्रह करती हूं कि आप अपने उद्देश्य की राह पर आगे बढ़ने को ही सर्वोच्च प्राथमिकता दें।

अपने स्वागत भाषण में चेयरमैन पंकज पटेल ने कहा, आईआईएम उदयपुर अपने छात्रों के समक्ष चुनौतियां पेश करता है, ताकि वे अपने ज्ञान और बौद्धिक क्षितिज का विस्तार कर सकें और बड़े पैमाने पर समाज को परिवर्तित और प्रभावित करने में कामयाब रहें। दीक्षांत समारोह सभी स्नातक छात्रों के लिए एक ऐतिहासिक घटना है। मौजूदा दौर की प्रतिकूल परिस्थितियों के बावजूद हमारे छात्रों को भारत में और विदेशों में प्रमुख फर्मों की ओर से आॅफर्स मिले हैं। आईआईएम उदयपुर ने अपना सफर एक ऐसी स्पष्ट दृष्टि के साथ शुरू किया, जिसमें विचार-नेतृत्व और उच्च गुणवत्ता वाले अनुसंधान और फ्यूचर लीडर बनने के लिए तैयार प्रबंधकों को शामिल करना शामिल है। 2030 तक विश्व स्तर पर मान्यता प्राप्त प्रबंधन संस्थान बनने के मकसद के साथ हमने एक ऐसी संस्कृति बनाई है जो साथ मिलकर आगे बढ़ने को महत्व देती है। इस मौके पर मैं उन सभी छात्रों को बधाई देता हूं, जिन्होंने एमबीए की डिग्री हासिल की है।

अपने समापन संबोधन में आईआईएम, उदयपुर के डायरेक्टर प्रो. जनत शाह ने कहा, पिछले साल आईआईएम, उदयपुर के लिए एक बहुत चुनौतीपूर्ण समय था। ऐसे में अपने योगदान और प्रयासों के लिए यह स्नातक बैच हमारे लिए एक विशेष बैच रहेगा। यदि अच्छी तरह से अभ्यास किया जाता है, तो मैनेजमेंट सबसे आदर्श प्रोफेशन है। कोई दूसरा प्रोफेशन सीखने और आगे बढ़ने में इतनी मदद प्रदान नहीं करता है। मैं ग्रेजुएट विद्यार्थियों से आग्रह करता हूं कि वे इस उपहार की कीमत समझें और ऐसे कार्य करें, जिनका दूसरे लोग अनुकरण करें।

दीक्षांत समारोह दरअसल इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ मैनेजमेंट, उदयपुर के एक दशक के सफर को भी रेखांकित करता है। आईआईएम, उदयपुर की स्थापना वर्ष 2011 में हुई थी।

कुणाल जैन को एक वर्षीय एमबीए ग्लोबल सप्लाई चेन मैनेजमेंट और डिजिटल एंटरप्राइज मैनजमेंट (जीएससीएम) पाठ्यक्रम में बेहतरीन शैक्षिक प्रदर्शन के लिए स्वर्ण पदक से सम्मानित किया गया। राधिका गुप्ता को डिजिटल एंटरप्राइज मैनेजमेंट (डीईएम) कोर्स एक वर्षीय एमबीए  में स्वर्ण पदक से सम्मानित किया गया। कलाम किशोर रेड्डी, अनूप कुमार और लविश मित्तल को संयुक्त रूप से दो वर्षीय एमबीए कोर्स में शैक्षिक प्रदर्शन के लिए गोल्ड मेडल से सम्मानित किया गया। दो वर्षीय एमबीए (बैच 2019-21) पाठ्यक्रम में शारदा किरण को सर्वश्रेष्ठ ऑल-राउंड विद्यार्थी चुना गया।